मुजफ्फरनगर, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों स्कूल वाहनों को लेकर एक नई गाइड लाइन जारी की गई थी, जिसको लेकर स्कूली छात्र-छात्राओं को कॉलेज जाने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या का सामना ग्रामीण क्षेत्र के छात्र- छात्राओं को ज्यादा करना पड़ रहा है। इसी परेशानी को देखते हुए भारतीय किसान यूनियन एक बार फिर सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हो गया है। जिसके चलते गुरुवार की सुबह भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले सैकड़ों किसान-अभिभावक जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां किसानों व अभिभावकों ने जिलाधिकारी से मिलने की इच्छा जताई तो सीओ सिटी द्वारा राकेश टिकैत समेत किसानों को लाठी के दम पर गेट से बाहर धकेल दिया गया। जिस कारण भारतीय किसान यूनियन अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए है।
जानकारी के मुताबिक, सीओ सिटी हरीश भदौरिया और शहर कोतवाल अनिल कपरवान ने प्रदर्शनकारियों के साथ धक्का-मुक्की की और उनके खिलाफ बल का प्रयोग किया। इसी धक्कामुक्की में भाकियू नेता धर्मेंद्र मलिक के कपड़े भी फट गए। जिसे भाकियू नेता ने अपना अपमान समझा और वहीं डीएम ऑफिस के गेट पर धरने पर बैठ गए।
भाकियू का रात में भी धरना जारी रहा। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने खुली चुनौती देते हुए कहा कि अब ये लड़ाई आर-पार की होगी। उन्होंने कहा कि जिले के डीएम हमारे कार्यकर्ताओं को पुलिस के बल पर डराना चाहते हैं, जिसे हम सहन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।
दरअसल, भाकियू पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने छात्र-छात्राओं, अभिभावक स्कूली वाहनों की नई नियमावली में संशोधन करने की मांग को लेकर कलक्ट्रेट में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक स्कूली वाहनों की समस्या का समाधान नहीं होता है, तब तक भाकियू का अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।
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