Meerut News: किसानों के तमाम मुद्दों को लेकर बुधवार को भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक (Bhartiya Kisan Union Non Political) द्वारा कमिश्नरी पार्क में महापंचायत आयोजित की गई, जिसमें मेरठ (Meerut) मंडल के लगभग 20 हजार किसान पहुंचे. इस दौरान किसानों की समस्याओं को साझा करते हुए संगठन के पदाधिकारियों ने सरकार द्वारा किसानों की सुनवाई ना करने पर प्रदेश भर में पंचायत जारी रखने का एलान किया है.


ये वही संगठन है जो राकेश टिकैत के भाकियू से टूट कर अलग हुआ है लेकिन जिस तरह से इस संगठन ने आज पंचायत के बहाने ताल ठोकी है उससे यही लगता है कि आने वाले समय में यह संगठन राकेश टिकैत की किसान राजनीति के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है. 


महापंचायत में पहुंचे 20 हजार किसान


दरअसल, किसानों के तमाम मुद्दों को लेकर भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक द्वारा बुधवार को कमिश्नरी पार्क में महापंचायत का ऐलान किया गया था. जहां सुबह से ही बड़ी संख्या में मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, नोएडा समेत मंडल के सभी नौ जनपदों के किसानों पहुंचने लगे. देखते ही देखते किसानों की भीड़ यहां उमड़ने लगी. जिसके बाद एसएसपी आवास की ओर कमिश्नरी जाने वाले रास्ते को भी बंद कर दिया गया और बैरिकेडिंग कर वाहनों को डायवर्ट कर दिया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स भी तैनात दिखी. 


महापंचायत में पहुंचे संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने दावा किया कि आज महापंचायत में लगभग 20 हजार किसान शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बिजली और आलू को लेकर किसानों को जो राहत प्रदान की गई है, उसका वो स्वागत करते हैं, लेकिन आज भी कई मुद्दे ऐसे हैं, जिन्हें लेकर किसान लगातार परेशान हैं. उन्होंने बेसहारा गोवंश, गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी, बिजली पर सब्सिडी, फसलों के दाम बढ़ाए जाने सहित आलू किसानों को राहत दिए जाने की मांग की. 


धर्मेंद्र मलिक ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार किसानों की मांग पूरी नहीं करेगी तो मेरठ से शुरू हुई महापंचायत अब प्रदेश के हर मंडल में आयोजित होगी. जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी. 


ये भी पढ़ें- UP Politics: सत्यपाल मलिक की चेतावनी, कहा- 'भुगतने पड़ेंगे नतीजे', अमित शाह का नाम लेकर किया बड़ा दावा