मेरठ. कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है. इसी आंदोलन में शामिल होने के लिए गुरुवार देर रात सहारनपुर से चली किसान क्रांति यात्रा सिवाया टोल प्लाजा पर पहुंची. जिसके बाद देर रात किसानों ने टोल फ्री करा दिया. शुक्रवार सुबह किसान क्रांति यात्रा में शामिल होने पहुंचे भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत की अगुवाई में किसान क्रांति यात्रा गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना हो गई. इस दौरान नरेश टिकैत केंद्र सरकार पर जमकर बरसे.


गौरतलब है कि हर महीने की 26 तारीख को किसान क्रांति यात्रा के तहत उत्तर प्रदेश के कई जिलों के किसान गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना होते हैं. गुरुवार को भी सहारनपुर से किसान क्रांति यात्रा गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना हुई थी. देर रात किसानों के लगभग 100 वाहन मेरठ में सिवाया टोल प्लाजा पर पहुंचे. किसानों ने धरना देते हुए टोल को फ्री करा दिया. शुक्रवार सुबह भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत और युवा विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत कई वाहनों के साथ सिवाया टोल प्लाजा पर पहुंचे. यहां से किसानों के वाहनों का काफिला गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना हुआ. 


नरेश टिकैत ने पत्रकारों से हुई बातचीत में केंद्रीय कृषि मंत्री और गृह मंत्री की तारीफ की. हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि चाहते हुए भी यह लोग कृषि कानून वापस नहीं ले पा रहे हैं. क्योंकि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने इन लोगों को पिंजरे का तोता बनाकर रख दिया है. ऊपर से जो आदेश आता है यह नेता किसानों के सामने वही बयान देते हैं. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि देश का अन्नदाता कमजोर नहीं, किसानों का आंदोलन कृषि कानून समाप्त होने तक जारी रहेगा.


"किसान बातचीत के लिए तैयार"
उन्होंने आगे कहा कि किसान हमेशा बातचीत के लिए तैयार हैं. अगर केंद्र सरकार यह मानती है कि कोरोना की महामारी कृषि कानून से बड़ी है तो सरकार अपनी गलती माने और किसान विरोधी तीनों काले कानून वापस ले. सिवाया टोल प्लाजा पर कुछ देर रुकने के बाद नरेश टिकैत किसानों के काफिले के साथ गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना हो गए.


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