लखनऊ: उत्तर-प्रदेश के दौरे पर आए बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव संगठन बीएल संतोष संगठन की बैठक के बाद एक-एक कर सरकार के मंत्रियों से मुलाक़ात कर रहे हैं. दौरे के दूसरे दिन पार्टी मुख्यालय में बीएल संतोष ने सूबे के डिप्टी सीएम केशव मौर्या और दिनेश शर्मा समेत करीब दर्जन भर मंत्रियों से मुलाक़ात की. मंत्रियों से मुलाक़ात और बातचीत के दौरान बीएल संतोष का सारा फोकस सरकार की छवि, सरकार और संगठन के बीच समन्वय और 2022 का विधानसभा चुनाव रहा. यूपी की जमीनी हकीक़त समझने के लिए बीएल संतोष ने मंत्रियों से 12 मुद्दों को लेकर बात की.
12 सवाल जिसके आधार पर जानी उत्तर प्रदेश की हकीकत
1.आपका संगठन के साथ कैसा समन्वय है ?
2. प्रदेश में संगठन कैसा काम कर रहा है?
3. आपका अपने क्षेत्र के सांसद और विधायकों के साथ तालमेल कैसा है ? विधायकों की सरकार से नाराजगी की वजह क्या है.
4. कार्यकर्ता संगठन और सरकार से क्यों नाराज है ?
5. 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए आप की क्या तैयारी है?
6. संगठन के कार्यक्रमों में आपकी क्या सहभागिता रही है?
7. जिस विभाग की जिम्मेदारी है उसमें क्या समस्या आती है ?
8. पंचायत चुनाव में खराब प्रदर्शन की वजह क्या मानते हैं ?
9. कोविड की वजह से जो नकारात्मकता फैली है उसे कैसे कम किया जा सकता है?
10. जनता की यूपी सरकार से क्या उम्मीदें हैं, और उम्मीदों पर हम कितना खरा उतरे हैं. पार्टी बेहतर प्रदर्शन कैसे करेगी.
11. ब्युरोक्रेसी द्वारा प्रदेश में कैसा काम किया जा रहा है, इन लोगों का कितना सहयोग मिल रहा है आपके काम में
12. कौन कौन से ऐसे अधिकारी हैं जो सरकार के कामकाज में बाधा डाल रहे हैं उनके नाम अगर हैं तो दीजिये.
मंत्रियों से मुलाक़ात में कार्यकर्ताओं की नाराजगी का मुद्दा भी उठा
खबर यह भी है कि बैठक में कार्यकर्ताओं की नाराजगी को लेकर भी मंत्रियों से चर्चा हुई और नाराजगी कैसे दूर हो सकती है, इस पर राय भी मांगी गयी. मंत्री अपने साथ कामकाज का ब्यौरा लेकर पहुंचे थे जिसे उन्होंने साझा किया. सरकार की तरफ से कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और संगठन के असहयोग से कार्यकर्ताओं में असंतोष और नाराजगी है. यूपी में विधानसभा का चुनाव करीब है. ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी पार्टी के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है.
2022 में बीजेपी की दोबारा जीत का मंत्र
बीएल संतोष ने मंत्रियों के साथ मुलाकात में 2022 विधानसभा में बड़ी जीत के लिए कार्यकर्ताओं में जोश भरने, खाली पड़े निगमों/आयोगों को जल्द भरने को लेकर बात हुई है.
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