गौतमबुद्ध नगर: गौतमबुद्ध नगर में अभी तक 21 मामले ब्लैक फंगस के सामने आ चुके हैं.  इन सभी मरीजों का अलग-अलग अस्पतालों में अभी इलाज चल रहा है. ब्लैक फंगस एक घातक बीमारी है. ये इस कदर घातक है कि, धीरे-धीरे शरीर के जिस हिस्से को पकड़ लेती है, उस हिस्से को गला देती है और वह हिस्सा खराब हो जाता है. वहीं, अभी तक यह बीमारी ज्यादातर मरीजों के आखों के आसपास के हिस्से पर हमला कर रही है. 


सीएमओ का बयान


वहीं सीएमओ दीपक ओहरी की माने तो, गौतमबुद्ध नगर में लगातार ब्लैक फंगस के नये मामले आ रहे हैं. जनपद में करीब 21 से ज्यादा मामला सामने आ चुके हैं. वहीं, सीएमओ ने बताया जिले में काफी अच्छे अस्पताल मौजूद हैं, इसलिए कुछ मरीज रेफर होकर भी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं. वहीं, अभी तक   कोई ऐसा मामला सामने नहीं आया है, जिससे मरीज की मौत केवल ब्लैक फंगस के कारण हुई हो. मरीज पहले से भी बीमार चल रहे होते हैं.


अब ब्लैक फंगस की दवाई मिल सकेगी, तैयारी पूरी 


गौतमबुद्ध नगर के लोगों को अब ब्लैक फंगस की दवाई व इंजेक्शन के लिए तीमारदारों को ज्यादा चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. सीएमओ ने बताया कि, मेरठ में सरकार द्वारा दवाई व इंजेक्शन की व्यवस्था कर दी गयी है.


इस तरह मिलेगी दवाई 


गौतमबुद्ध नगर में सीएमओ द्वारा दो डॉक्टरों की टीम नियुक्त कर दी गयी है, जिसमें दो सीनियर डॉक्टर रहेंगे. डॉ चंदन सोनी व डॉ मांगलिक होंगे. उनको मरीज द्वारा हिस्टोपैथोलॉजी की रिपोर्ट, दवाई का प्रिस्क्रिप्शन व आधार कार्ड की कॉपी देनी अनिवार्य होगी. उसके बाद जिन डॉक्टर को अधिकार दिया गया है, उनके द्वारा यह अभी जानकारी मेरठ अपने निदेशक को फॉरवर्ड करी जाएगा. उसके बाद वहां से सीधा मरीज तक दवाई अस्पताल में ही पहंचा दी जाएगी. सीएमओ ने बताया कि, अब ब्लैक फंगस की दवाई व इंजेक्शन आ रहे हैं और ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद मरीजों तक पहुंचाने की हमारी कोशिश जारी है.


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