गोंडा, एबीपी गंगा। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) की वेबसाइट से फर्जी तरीके से ई-टिकट बनाए जा रहे हैं। दलाल टिकट निकालकर जरूरतमंदों को महंगे रेट में बेचकर मोटी कमाई कर रहे हैं। रेलवे की अपराध सूचना शाखा (सीआइबी) की छापेमारी में इसका खुलासा हुआ है। मामले में ट्रैवल एजेंट समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से ई-टिकट व अन्य कागजात बरामद किए गए हैं।



यात्रियों की सुविधा के लिए आइआरसीटीसी की वेबसाइट आरक्षण केंद्रों पर पहले खुलती हैं लेकिन, यहां दलाल केंद्र से अधिक तेज गति से टिकट बना लेते हैं। दलाल फर्जी तरीके से यूजर आइडी पासवर्ड बनाकर ई-टिकट निकाल ले रहे हैं। इससे रेलवे को किसी तरह का मुनाफा नहीं है। अलबत्ता खिड़की से तत्काल टिकट लेने की आस में लाइन में लगे लोगों को निराश होकर लौटना पड़ता है। इसको लेकर रेलवे सुरक्षा बल व अपराध आसूचना शाखा ने जगह-जगह छापेमारी शुरू की है।


छापेमारी के दौरान पकड़ी बाजार में एक कंप्यूटर की दुकान से 26 ई-टिकट बरामद किए गए, जिसे जब्त कर लिया गया। सीआइबी के निरीक्षक जयंत कुमार ने बाबागंज चौराहा से 13 अनधिकृत टिकट के साथ एक शातिर को गिरफ्तार किया है। उसके पास 28 हजार रुपये मिले हैं। आरपीएफ मनकापुर ने थाना वजीरगंज के टिकरी रघुराज नगर स्थित एक ट्रैवल एजेंसी पर छापेमारी की। यहां से एक लैपटॉप, रजिस्टर, 800 रुपये, नौ पर्सनल यूजर आइडी बरामद की गईं। यहां से 49 ई-टिकट मिले, जिसकी कीमत 101350 रुपये है।



रेलवे सुरक्षा बल के निरीक्षक राणा प्रताप सिंह ने बताया कि शातिर दलाल मोबाइल नंबरों का प्रयोग कर यूजर आइडी बना लेते हैं। फिर उसी से ई-टिकट हासिल कर मुंह मांगे दाम पर बेचते हैं। इस पर अंकुश लगाने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है।