Pilibhit News: पीलीभीत में 3 करोड़ 76 लाख रुपये की लागत बनी सड़क का वीडियो वायरल होने के बाद सनसनीखेज खुलासा हुआ है. ठेकेदार जीशान कांट्रेक्टर की ओर से इसका निर्माण किया जा रहा था. डीएम संजय कुमार सिंह ने जीशान सहित छह ब्लैक लिस्टेड ठेकेदारों के हैसियत चरित्र प्रमाण पत्र निरस्त कर दिए गए थे. बाबजूद इसके अधिशासी अभियंता राजेश चौधरी की सरपरस्ती में ब्लैक लिस्टेड ठेकेदार रोड बना रहा है. खुलासा होने के बाद पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता राजेश चौधरी ने कहा कि इस मामले को दिखवा रहे हैं.
दरअसल इन दिनों पीडब्ल्यूड़ी विभाग द्वारा घुंघचाई व दियुरिया में 3 करोड़ 76 लाख की लागत से 13 किलोमीटर सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. 7 दिन पहले ग्रामीणों ने नई बनी सड़क को हाथों से उखाड़कर इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं. जिसके बाद मामले में जांच की जा रही है. अब सामने आया है कि इस सड़क को जीशान नाम का ठेकेदार बन रहा था जो पहले से ही विभाग से ब्लैकलिस्टेड है. डीएम ने उसका हैसियत व चरित्र प्रमाण पत्र निरस्त कर रखा है.
DM ने निरस्त किया था चरित्र व हैसियत प्रमाण पत्र
जीशान ने विभाग के साथ धोखाधड़ी की थी. जीशान ने ई टेंडरों में लगने वाली 10% ईएमडी (सिक्योरिटी धनराशि) की जगह एक प्रतिशत ही जमा कर रसीद को कंप्यूटर की मदद से 10% बना दिया और रसीद को पोर्टल पर अपलोड कर करोड़ों रुपये का ठेका लिया था. इसका खुलासा होने पर विभाग ने जीशान को ब्लैक लिस्ट किया था और डीएम ने जीशान का चरित्र व हैसियत प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया था.
जीशान के खिलाफ धोखाधड़ी और राज्य सरकार के साथ छल कपट करने के आरोप में मुकदमा दर्ज होना चाहिए था लेकिन विभाग ने ऐसा नहीं किया. अब सवाल उठता है कि जो ठेकेदार विभाग से ब्लैकलिस्टेड है और जिसका चरित्र व हैसियत प्रमाण पत्र ही निरस्त हो गया है. वह सड़क का निर्माण कैसे कर रहा था. अब विभाग के अधिशासी अभियंता राजेश चौधरी इस मामले में कुछ बोलने से बच रहे हैं.
ये भी पढ़ें: ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष को कोर्ट से बड़ा झटका, ASI सर्वे की याचिका खारिज