नोएडा, एबीपी गंगा। गौतमबुद्ध नगर के सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा को ब्लैकमेल कर दो करोड़ रुपये मांगने की आरोपी तथाकथित एक न्यूज चैनल की महिला पत्रकार को पुलिस ने हिरासत में लिया है। एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि इस ब्लैकमेलिंग के पीछे पूरा नेक्सस लग रहा है, जिसकी जांच की जा रही है। अभी तकरीबन आधा दर्जन लोग और पुलिस की रडार पर हैं। वही महेश शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस कर मीडिया को जानकारी दी।
केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का पटाक्षेप करते हुए कहा की चुनाव प्रचार के दौरान उनसे 24 मार्च को आलोक नाम का एक शख्स मुझसे मिला। जिसने अपना परिचय रचना सल्यूशन कंपनी के सीईओ के रूप में दिया उसने मुझसे कहा की मैं आपके चुनाव प्रचार में मदद करना चाहता हूं और अपनी पूरी टीम के साथ आपका चुनाव प्रचार करूंगा। आरोपी अलोक को समाज सेवी उषा यादव लेकर आई जिनसे मुलाकात के बाद हमने उन्हें अजय शर्मा जी के पास भेज दिया की आप इनसे बात कर लें और क्या मदद कर सकते हैं इन्हे बता दें।
जिसके बाद वो अजय के संपर्क आये और अजय के पास उनका फोन आया और फिर कल और आज मेरे नंबर पर फोन आया और उसके बाद ये सारा कांड हुआ। जिस समय अजय मिला था उसने चैनल में मदद करने की भी बात कही थी और पार्टनर बनाने का लालच भी दिया था। जिसके बाद डॉ महेश शर्मा ने आलोक से चुनाव बाद मिलने को कहा। और एक लेटर के साथ आज आलोक ने एक 22 वर्षीय युवती को भेजा और उस लेटर में लिखा था की आप मुझे 8 करोड़ रुपये दो साल के लिए आसान तरीके से दे दे लोन के रूप में और हम आपको अपने संस्थान में 40 प्रतिशत का पार्टनर बना लूंगा और मैं और मेरे लोग 60 प्रतिशत के हकदार होंगे।
महेश शर्मा ने वो लेटर भी मीडिया के सामने पढ़कर सुनाया और उन्हें जो जान से मरने की धमकी दी वो रिकॉर्डिंग भी सुनवाई। उनका कहना है की पुलिस को लिखित में शिकायत दे दी गई है और पुलिस जांच कर रही है और जो लोग भी इसमें शामिल होंगे वो बेनकाब होंगे लेकिन उन्होंने एक बात जरूर कही की इसमें और भी कई पत्रकार शामिल हैं जिसकी जांच पुलिस कर रही है। वहीं उषा ठाकुर से कोई शिकायत नहीं होना भी कहा।
दोपहर के एक बजे करीब नोएडा के कैलाश अस्पताल पर एकाएक पुलिस की गड़िया आ कर खड़ी होने लगी फिर एसपी सिटी मौके पर पहुंच गईं और जब एसएसपी वैभव कृष्ण भी एक घंटे बाद मौके पहुंचे तो वहां हलचल मचने लगी और मीडिया के सभी पत्रकार मौके पर पहुंच गए और अटकलों और चर्चाओं का बाजार गरम हो गया। करीब पांच बजे एसएसपी, केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा के साथ बाहर आए और बताया की सोमवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा का फोन आया की कुछ लोग उन्हें ब्लैकमेल कर 2 करोड़ रुपये की मांग कर रहे हैं। इसमें 45 लाख रुपये सोमवार की शाम तक और शेष रकम बुधवार तक देने को कह रहे हैं। यह सन्देश लेकर एक युवती आई थी। उसने एक पत्र दिया, जिसमे कहा गया है कि उसके पास एक वीडियो और आडियो है। अगर पैसे नहीं मिले तो वो उसे मीडिया को दे देगा। एसएसपी ने बताया कि वीडियो चुनाव से पहले का है, जिसमे पांच छह लोग चुनाव के बारे में चर्चा कर रहे हैं। उस वीडियो में केंद्रीय मंत्री भी मौजूद हैं।
उन्होंने बताया कि हिरासत में ली गई युवती अपने को प्रतिनिधि न्यूज चैनल की पत्रकार बता रही है। हालांकि नोटबंदी के बाद आर्थिक दिक्कतों के कारण वह चैनल बंद हो गया है। पूछताछ में पता चला है, कि इससे पहले भी इन लोगों ने कुछ हाई प्रोफाइल लोगों की वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग की है। उन सभी मामलो की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि एक संगठित गिरोह है जो लोगों को ब्लैकमेल कर ठग लेता है। युवती के पास से एक टैब मिला है, उसमे कुछ वीडियो और आडियो क्लिप है, जिसकी जांच की जा रही है। पूछताछ में कुछ और लोगों के नाम सामने आये हैं, उनकी जांच की जा रही है।