UP News: मेरठ के मंदिरों में श्रद्धालुओं से मर्यादित कपड़े पहनकर आने की अपील की गई है. वेस्ट एंड रोड स्थित श्री बालाजी और शनि मंदिर के बाहर बोर्ड लगा दिए गए हैं. भक्तों से नए नियम को मानने का आग्रह किया गया है. बोर्ड में साफ लिखा गया है कि श्रद्धालु मर्यादित कपड़े पहनकर मंदिर में प्रवेश करें. मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोगों का कहना है कि भारत में सनातन धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं. उनके मुताबिक वेस्टर्न कल्चर ने माहौल बिगाड़ दिया है. इसलिए सभी मंदिरों में भी सनातन धर्म का निर्वहन करना होगा.


मंदिरों के बाहर लगाए गए बोर्ड


श्री बालाजी और शनि मंदिर के बाहर महामंडलेश्वर की ओर से बोर्ड लगाए गए हैं. अखिल भारतीय श्रीपंच निर्मोही अखाड़ा के महामंडलेश्वर श्री श्री 108 महेंद्र दास महाराज ने बताया कि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी से नए नियम लागू करने पर वार्ता हुई थी. बातचीत में सहमति बन जाने के बाद बोर्ड लगाया गया है. महामंडलेश्वर का कहना है कि वेस्टर्न कल्चर ने माहौल बिगाड़ दिया है. मंदिरों में महिला और पुरुष अमर्यादित वस्त्र पहनकर प्रवेश करने लगे थे. अमर्यादित कपड़ों में श्रद्धालुओं का दर्शन करना बेहद अशोभनीय है.


श्रद्धालुओं से की गई ये अपील


उन्होंने कहा कि भारतीयों को मर्यादा में रहकर भक्ति भाव से पूजा-पाठ करना चाहिए. पुरुष पेंट, कमीज और धोती कुर्ता और महिलाएं भारतीय कपड़े पहनकर मंदिरों में प्रवेश करें. महामंडलेश्वर का कहना है कि मर्यादित वस्त्र पहन कर आना नई परंपरा नहीं बल्कि मंदिर के नियमों में भी जिक्र है. श्रद्धालुओं ने भी नए नियम का समर्थन किया है. उनका कहना है कि मंदिर आस्था का प्रतीक है. श्रद्धालुओं को भगवान का दर्शन मर्यादित कपड़ों में करना चाहिए. बता दें कि उत्तर प्रदेश के मंदिरों में ड्रेस कोड लागू करने की चर्चा तेज हो गई है. 


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