फिल्मफेयर का बेस्ट कोरियोग्राफर खिताब जीतकर और उसकी कवर मैग्जीन पर आकर रेमो डीसूजा (Remo D'souza) ने अपने कामयाबी का जलवा फहरा दिया है। बहुत कम लोग जानते होंगे कि रेमो डीसूजा के यहां तक के पहुंचने के सफर में उनके लुक ने बहुत बाधाएं डाली हैं।



बैकग्राउंड डांसर से कोरियोग्राफर और फिर निर्देशक बनने तक का सफर रेमो के लिए बिलकुल भी आसान नहीं रहा था। इस दौरान रेमो ने कई मुसीबतों का सामना किया। वहीं रेमो को कई बार उनके लुक्स को लेकर भी लोगों ने नकार दिया। उनके लुक के कारण उनका डांस परफार्मेंस देखे बिना ही कई बार रिजेक्ट कर दिया जाता था।



आपको बता दें, कोरियोग्राफर और डायरेक्टर रेमो डीसूजा ने कड़ी मेहनत से अपने करियर को बुलंदियों तक पहुंचाया। शाहरुख खान के फेमस सॉन्ग मेरी महबूबा में बैकग्राउंड डांसर बनने से लेकर एबीसीडी जैसी हिट फिल्म डायरेक्ट करने तक रेमो आज बड़ा नाम हो गए हैं।



रेमो डिसूजा का जन्म 2 अप्रैल 1972 को बेंगलुरू में हुआ था। रेमो के पिता नेवी में अफसर थे। छोटी उम्र में ही रेमो ने इस बात का फैसला कर लिया था कि वो डांस में ही अपना करियर बनाना चाहते हैं।



रेमो ने एक डांस रियलिटी शो में अपने स्ट्रगल का जिक्र करते हुए बताया था कि उन्हें कई डांस ऑडिशन्स में रिजेक्ट किया गया। इसकी वजह उनका डांस नहीं बल्कि उनका लुक रहा।



रेमो ने बताया कि एक बार जब वो कोरियोग्राफर अहमद खान के पास अपना ऑडिशन देने गए थे तो उन्होंने अपना डांस शुरू करने से पहले अहमद खान से कहा था, प्लीज लुक नहीं मेरा डांस देखिएगा। रेमो का ऐसा अनुरोध सुनकर अहमद खान भी हैरानी में पड़ गए थे। रेमो ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा था कि जब बॉलीवुड में डार्क डांसर को कैमरे के सामने आने की अनुमति नहीं होती थी।



आपको बता दें, रेमो ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और धीरे- धीरे कामयाबी की सीढ़ी चढ़ते गए। आज रेमो की गिनती दिग्गज कोरियोग्राफर्स में होती है। रेमो कोरियोग्राफी के साथ ही साथ निर्देशन में भी कदम रख चुके हैं। रेमो की पहली फिल्म F.A.L.T.U थी जो 2011 में रिलीज हुई थी। इसके बाद रेमो ने एबीसीडी, द फ्लाइंग जट्ट और रेस 3 जैसी फिल्मों का निर्देशन किया है।