बॉलीवुड में 'ठाकुर' के किरदार से अमर होने वाले दिग्गज एक्टर संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) भले ही आज हमारे बीच दुनिया में ना हों, लेकिन आज भी उनके द्वारा निभाए गए किरदार लोगों के जहन में जिंदा हैं। संजीव ने बहुत ही कम उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया था और यही डर संजीव कुमार को आखिरी दम तक सताता रहा था।


 


हम सभी जानते हैं कि, साल 1984 में संजीव कुमार महज 47 की उम्र में ही दुनिया छोड़ कर चले गए थे, जिसका कारण था हार्ट अटैक। वहीं संजीव कुमार को इस बात की जानकारी थी कि, वो इस दुनिया को जल्दी ही अलविदा कह देंगे। उन्हें हमेशा इस बात का डर सताता रहता था कि, वो इस दुनिया में 50 साल भी पूरे नहीं कर पाएंगे। और यही डर उनके मन में घर कर गया था। दरअसल संजीव कुमार के की हिस्ट्री कुछ ऐसी थी कि, उनके घर के सभी मर्द 50 से कम उम्र में ही भगवान को प्यारे हो गए। ऐसे में उन्हें भी हमेशा यही डर लगा रहता था कि वो भी 50 साल से पहले ही दुनिया छोड़ कर चले जाएंगे।



यह भी पढ़ेंः


एक वक्त था जब Salman Khan और Aamir Khan नहीं करते थे एक-दूसरे से बात, फिल्म की हीरोइन ने किया खुलासा

वहीं बात करे संजीव कुमार की जिन्दगी की तो फिल्म शोले की शूटिंग के वक्त संजीव कुमार और धमेन्द्र (Dharmendra) दोनों ही हेमा मालिनी (Hema Malini) को पसंद किया करते थे। वहीं शोले में 'ठाकुर' का रोल धर्मेन्द्र करना चाहते थे। फिर फिल्म के डायरेक्टर रमेश सिप्पी (Ramesh Sippy) के कहने पर धर्मेन्द्र 'वीरू' के रोल के लिए राजी हुए। जिसके बाद 'ठाकुर' को रोल संजीव कुमार को दिया गया और आज पूरा देश जानता है कि, संजीव कुमार ठाकुर का रोल करके अमर हो गए हैं।



यह भी पढ़ेंः


क्या आप जानते हैं कौन है ये महिला, जो 32 सालों से Rekha के साथ पुरुष बनकर रह रही है

संजीव कुमार भी हेमा मालिनी को बहुत पसंद करते थे, लेकिन हेमा ने धर्मेन्द्र से शादी रचा कर उनका दिल तोड़ दिया। संजीव कुमार हेमा से इस कदर मोहब्बत करते थे कि, उन्होनें मरते दम तक शादी नहीं की थी।वैसे आपको बता दे कि संजीव कुमार को दो बार बेस्ट अक्टर का अवार्ड मिल चुका है, उन्होंने फिल्म 'हम हिंदुस्तानी' से साल 1960 में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। उनके साथ जया बच्चन की जोड़ी कई फिल्मों में दर्शकों को खूब पसंद आई।