बॉलीवुड के मशहूर एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपनी खुद की मेहनत और लगन से आज हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में वो मुकाम हासिल कर लिया है जिसके लिए हर एक्टर तरसता है। उन्होंने हर तरह से किरदार निभाए और लगभग 12 साल के लंबे संघर्ष के बाद आज वो बॉलीवुड के सबसे बेहतरीन कलाकारों में से एक बन गए हैं। भले ही आज उनके परिवार वालों को उनपर गर्व होता होगा लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब उनके पिता को नवाज की वजह से शर्मिंदी मेहसूस होती थी।जिसकी वजह से नवाज के पिता ने उन्हें घर से भी चले जाने के लिए कह दिया था।



इस बात का खुलासा खुद नवाजुद्दीन ने अपने एक इंटरव्यू में किया था, नवाज ने बताया कि-जब करियर की शुरुआत में मैं फिल्मों में छोटे-मोटे रोल करता था तब मेरे पिता काफी नाराज होते थे।उनके पिता का कहना था कि ये छोटे-मोटे रोल करता है ये सब करना छोड़ दे। एक बार तो उन्होंने परेशान होकर मुझे साफ-साफ कह दिया कि तुम अब घर मत आना, तुम्हारी वजह से हमें यहां शर्मिंदा होना पड़ता है। वो वक्त नवाजुद्दीन के लिए बेहद कठिन था। लेकिन बावजूद इसके नवाज ने हार नहीं मानी और अपनी मंजिल को पाने में पूरे जी जान से जुट गए। क्योंकि वो अपने आपको अपने पिता की नजरों में साबित करना चाहते थे।



फिर किस्मत ने करवट ली और उन्हें अनुराग कश्यप की फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर मिली जिसने उन्हें बॉलीवुड में पहचान दिलाई। इस फिल्म के बाद नवाज वापस पिता के पास गए और बोले कि अब आप मेरी फिल्म क्यों नहीं देख रहे। आलम ये है कि आज वो बॉलीवुड इंडस्ट्री की बड़ी-बड़ी हस्तियों के साथ काम कर रहे हैं। साथ ही आज इंडस्ट्री का हर बड़ा निर्माता-निर्देशक उनके साथ काम करने के लिए आतुर रहता है।