बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने अपने संघर्ष के दिनों की एक मजेदार कहानी साझा की है, जब वह खूब सारे ऑडिशन दिया करते थे। पंकज दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से ग्रेजुएट हैं। संघर्ष के दिनों में पंकज कई कॉस्टिंग ऑफिस में ऑडिशन के लिए अपने फोटो सहित चले जाते थे और जब उनसे रेफरेंस के बारे में पूछा जाता था, तब वह 'ईश्वर जी' का नाम लेते थे।




पंकज ने कहा, "ईश्वर ही हर एक चीज के निर्माता हैं। मेरे रेफरेंस (जान-पहचान) का कोई नहीं था और मैं किसी को जानता तक नहीं था। कुछ असफलताओं के हाथ लगने के बाद मैंने महसूस किया कि आगे जाक रेफरेंस का सत्यापन कोई नहीं करता। यह महज एक औपचारिकता है, जिस पर लोग काफी लंबे समय से आश्रित रहे हैं। मैंने ईश्वर का नाम लेने का फैसला किया और ताज्जुब की बात तो यह है कि मुझे किरदार मिलने लगे!" पंकज आज भी इस बात को मानते हैं कि ईश्वर की वजह से ही वह इस इंडस्ट्री में आए हैं।




उन्होंने आगे कहा, "यह कई साल पहले की बात है, जब मैं लोगों की नजर में नहीं आया था, लेकिन उस वक्त तक मैं कुछेक यादगार ²श्यों को फिल्मा चुका था। मैं आज भी इस बात को मानता हूं कि ईश्वर की वजह से ही मुझे इस इंडस्ट्री में पहचान मिली है। फिल्मी दुनिया में दूर-दूर तक मेरा कोई जानने वाला नहीं था, लेकिन दरवाजे मेरे लिए खुलते गए जैसे कि कुदरत इस चीज के लिए योजना रच रही हो।"