बॉलीवुड एक्टर ऋषि कपूर अब हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनकी यादें सदा हमारे दिलों में सलामत रहेंगी। ऋषि कपूर ने अपने फिल्मी करियर में कई दशकों तक दर्शकों का मनोरंजन किया। ऋषि कपूर जितने बेहतरीन एक्टर थे उतने ही संवेदनशील पिता भी थे, इसी के साथ ऋषि अपनी बात बड़ी ही बेबाकी के साथ सबके सामने रखते थे। ऋषि की हिम्मत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने एक बार दाऊद इब्राहिम जैसे डॉन को इंकार कर दिया था। दाऊद से मुलाकात का जिक्र ऋषि ने अपनी आत्मकथा में किया था।



 ऋषि कपूर ने अपनी किताब खुल्लम खुल्ला में बताया कि- वो दो बार दाऊद इब्राहिम से मिले थे, पहली बार साल 1988 में जब दाऊद भारत की सरकार से भागता फिर रहा था। उस वक्त दाऊद दुबई में आशा भोंसले और आर.डी. बर्मन के नाइट शो में पहुंचा हुआ था, ऋषि की किताब के अनुसार दाऊद इब्राहिम का एक जानने वाला हाथ में फोन लेकर ऋषि कपूर के पास आया और कहा कि दाऊद भाई आपसे बात करेंगे, फोन पर बात की तो दाऊद ने ऋषि कपूर को अपने घर आने का न्यौता दिया।


ऋषि कपूर उस दिन अपने दोस्त के साथ थे, ऋषि और उनके दोस्त को एक रॉल्स रॉयस पिक करने के लिए आई। पहले तो वो गाड़ी उन्हें काफी देर तक गोल-गोल घुमाती रही, जिससे उन्हें दाऊद के ठिकाने का पता ना चल सके, वहां पहुंचे तो दोनों को चाय और बिस्किट सर्व किए गए क्योंकि दाऊद इब्राहिम न तो शराब पीता था और न ही पिलाता था। दाऊद ने वहां किसी मर्डर और फिर फिल्मों के बारे में बात की। फिर जब जाने का समय हुआ तो दाऊद ने ऋषि से कहा कि अगर कभी किसी भी चीज की जरूरत हो, पैसे या फिर कुछ और तो बिना झिझक के मांग लें, पर ऋषि कपूर ने दाऊद का ये ऑफर वहीं ठुकरा दिया।



फिर इसके बाद एक बार दोबारा दाऊद और ऋषि की मुलाकात हुई, ऋषि कपूर दुबई में पत्नी नीतू कपूर के साथ जूते खरीद रहे थे, तभी दाऊद अपने 8-9 बॉडीगार्ड्स के साथ वहां मौजूद था, उसके हाथ में फोन था, एक बार फिर दाऊद ने ऋषि को कहा कि वो उनके लिए यहां से कुछ खरीदना चाहता है, पर इस बार भी ऋषि ने दाऊद को साफ इंकार कर दिया।