बॉलीवुड (Bollywood) किंग शाहरुख खान (Shahrukh Khan) के करियर में फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' (Dilwale Dulhania Le Jayenge) मील का पत्थर साबित हुई। इस फिल्म के सुपरहिट होने के बाद शाहरुख का करियर ऊंचाइयों को छूने लगा, जिसके बाद शाहरुख ने यश राज बैनर की कई फिल्मों में रोमांटिक हीरो का किरदार निभाया जिनमें, दिल तो पागल है, वीर-जारा, मोहब्बतें और जब तक है जान जैसी सुपरहिट फिल्में शामिल हैं, इन फिल्मों में रोमांटिक होरो बनकर उन्होंने करोड़ों दिलों पर राज किया और बन गए बॉलीवुड के किंग ऑफ रोमांस।
इन सभी फिल्मों में अपने चार्म से शाहरुख ने हर किसी को अपना दीवाना बनाया, लेकिन दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे की बात कुछ और ही है। आज भी ये फिल्म दर्शकों की सबसे पसंदीदा रोमांटिक फिल्मों में से एक है। इस फिल्म के बाद राज और सिमरन की जोडी हर तरफ मशहूर हो गई, इतना ही नहीं शाहरुख घर-घर में राज के नाम से मशहूर हो गए, पर आप यकीन नहीं करेंगे कि शाहरुख इस फिल्म को करने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थे।खबरों की माने तो यशराज ने इस फिल्म के लिए शाहरुख को 4 बार ऑफर दिया था और हर बार शाहरुख ने इस फिल्म को करने से इंकार कर दिया था।
जब इस बारे में शाहरुख से पूछा गया तो उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि- "मैं कभी भी एक रोमांटिक हीरो नहीं बनना चाहता था, जब मैंने फिल्मों में काम करना शुरू किया था उस वक्त मेरी उम्र 26 साल थी, मुझे लगता था कि एक रोमांटिक हीरो के लिए ये उम्र काफी बड़ी है, क्योंकि अक्सर फिल्मों में कॉलेज टाइम रोमांस दिखाया जाता था, जहां एक लड़का लड़की को लेकर भाग जाता है और फिर लड़की के साथ ही मर जाता है, मुझे लगता था कि उन किरदारों के लिए मेरी उम्र ज्यादा हो गई है"।
शाहरुख खान ने इस इंटरव्यू में ये भी बताया कि बार-बार इंकार के बाद भी उन्होंने यश राज की इस फिल्म के लिए हां क्यों की। शाहरुख ने बताया कि- "उस वक्त मैं 'डर' और 'बाजीगर' जैसे नेगेटिव किरदार निभाकर इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने में कामयाब हो रहा था, उन्ही नाकारात्मक किरदारों की वजह से बॉलीवुड में उनकी पहचान बनी, इसीलिए मैने सोचा कि मैं नेगेटिव रोल ही करुंगा, इसी कारण मैंने इस किरदार के लिए यश जी को इंकार कर दिया, जिसके बाद यश चोपड़ा के बेटे आदित्या चोपड़ा ने इस रोल के लिए सैफ अली खान (Saif ALi Khan) से बात की, लेकिन यश राज शाहरुख खान के साथ ही इस फिल्म को पूरा करना चाहते थे।
फिर क्या था यश चोपड़ा खुद शाहरुख से मिलने पहुंचे और शाहरुख से बोले कि- अगर तुम्हें इस फिल्म इंडस्ट्री में टिके रहना है तो तुम्हें रोमांटिक किरदार भी निभाने पड़ेंगे। यश राज की उस सलाह ने शाहरुख की पूरी जिंदगी बदल दी, फिल्म बनी और ब्लॉक बस्टर साबित हुई।