बॉलीवुड की मशहूर एकट्रेस पूनम ढिल्लों ने हमेशा ही अपनी अदाकारी और दिलकश अदाओं से लोगों के दिलों पर राज किया। लेकिन पूनम हमेशा से एक एकट्रेस नहीं बनना चाती थीं। इस बात की जानकारी कम ही लोगों को है कि पूनम एक एकट्रेस नहीं बल्कि डॉक्टर बनना चाहती थीं। लेकिन उनकी किस्मत में एक एक्ट्रेस बनना ही लिखा था। तो चलिए आज की इस कहानी में हम आपको पूनम ढिल्लों के बारे में बताएंगे कि कैसे वो एक्ट्रेस बन करोड़ों दिलों पर राज करने लगीं।



पूनम ढिल्लों ने चंडीगढ़ कार्मेल कान्वेंट हाई स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की। जहां साल 1977 में पूनम को अखिल भारतीय सौन्दर्य प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिला, जिसे पूनम ने जीता भी था। उसी दौरान बॉलीवुड के मशहूर निर्माता-निर्देशक यश चोपड़ा उनकी खूबसूरती से इतने प्रभावित हुए कि अपनी आने वाली फिल्म त्रिशूल में काम करने का ऑफर दे दिया। लेकिन पूनम को एक्टिंग में कोई इंटरेस्ट नहीं था तो उन्होंने इस ऑफर को ठुकरा दिया। लेकिन उनके दोस्तों ने पूनम को बहुत समझाया कि फिल्मों में काम करने में कोई बुराई नहीं है। फिर पूनम के परिवार वालों ने भी फिल्मों में काम करने की शर्त रख दी कि पूनम स्कूल की छुट्टियों में ही फिल्मों में एक्टिंग करेंगी। फिर क्या था यहीं से शुरू हुआ पूनम का फिल्मी सफर।



अपनी पहली ही फिल्म में पूनम को संजीव कुमार, शशि कपूर और अमिताभ बच्चन जैसे बेहतरीन कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त प्रदर्शन किया और सुपरहिट साबित हुई। जिसके बाद पूनम के पास कई फिल्मों के ऑफर्स आने लगे। लेकिन वो तब भी एक डॉक्टर ही बनना चाहती थी तो उन्होंने वो सारे ऑफर्स ठुकरा दिए। अपने डॉक्टर बनने के सपने को पूरा करने के लिए पूनम ने मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने का मन बना लिया। लेकिन पूनम के बड़े भाई ने उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया। जिसके बाद पूनम  भारतीय विदेश सेवा में काम करने के बारे में सोचने लगी और उसकी परीक्षा की तैयारी में जुट गईं। लेकिन फिर साल 1979 में यश चोपड़ा ने पूनम को अपनी फिल्म नूरी में उन्हें काम करने का मौका दिया। इस फिल्म की कामयाबी ने पूनम के साथ-साथ एक्टर फारूख शेख को भी स्टार के रूप में पहचान दिला दी। इस फिल्म की सफलता के बाद पूनम ने फिल्मों में ही काम करने का मन बना लिया। जिसके बाद पूनम ढिल्लों ने बॉलीवुड के तमाम बड़े सितारों के साथ काम किया और फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई।फिल्मों में खूब नाम कमाने के बाद साल 1988 में उन्होंने प्रड्यूसर अशोक ठकारिया के साथ शादी कर अपना घर बसा लिया।