नई दिल्ली, एबीपी गंगा। डीएसपी दविंदर सिंह की गिरफ्तारी मामले में बहस और विवाद दोनों थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस गिरफ्तारी के बाद से ही कांग्रेस और बीजेपी के बीच जंग छिड़ी हुई है। इस बीच डीएसपी दविंदर सिंह पर बॉलीवुड अभिनेत्री सिमी ग्रेवाल के एक ट्वीट ने लोगों को इतना गुस्सा दिला दिया है कि लोग उनकी गिरफ्तारी की मांग करने लगे हैं।


दरअसल, डीएसपी दविंदर सिंह को कश्मीर घाटी में दो आतंकवादियों के साथ गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद से कांग्रेस केंद्र सरकार को घेरने में जुटी है। कांग्रेस ने तो विंदर सिंह की पुलवामा हमले में भूमिका को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस जुबानी जंग के बीच सिमी ग्रेवाल के ट्वीट ने नया बवाल खड़ा कर दिया है। सिमी ने अपने ट्वीट में लिखा, 'आतंकियों को दिल्ली लाओ। गणतंत्र दिवस पर बम धमाका। सौकड़ों की मौत । फिर मुसलमानों को दोषी ठहराया और निशाना बनाया। क्या यही पटकथा थी।'





उनके इस ट्वीट पर सोशल मीडिया पर लोगों ने आपत्ति जताई है। एक यूजर ने तो गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस को टैक करते हुए उनकी गिरफ्तारी की भी मांग कर डाली है। एक यूजर ने लिखा कि क्या उनका परिवार भारत शरणार्थी के रूप में आया था? इस पर अभिनेत्री ने जवाब देते हुए कहा कि उनके परिवार की तीन पीढ़ियां देश के लिए समर्पित रही हैं। सभी आर्मी अफसर रहे हैं। उन्होंने बहादुरी से देश की सेवा की है।


बता दें कि डीएसपी दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के बाद उनकी जाति को लेकर भी राजनीति गरम रही। दरअसल, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बीजेपी और संघ का घेराव करते हुए डीएसपी की गिरफ्तारी के बाद ट्वीटकर लिखा था, 'हिजुबल आतंकियों के साथ कुलगाम में गिरफ्तार हुए पुलिस अधिकारी का नाम इत्तेफाक से दविंदर सिंह है। अगर वो दविंदर खान होता, तो विवाद बढ़ता। तब आरएसएस के ट्रोल रेजिमेंट की प्रतिक्रिया और ज्यादा साफ व स्पष्ट होती। देश के दुश्मनों की मजहब, रंग और कर्म को दरकिनार कर एकसुर में आलोचना की जानी चाहिए।'





उनके इस बयान की बीजेपी ने कड़े शब्दों में निंदा की थी और कांग्रेस का घेराव करते हुए जवाब में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा- 'ये रोज सहलाते हैं पाकिस्तान की पीठ, खंजर भोंकते हैं... हिंदुस्तान की पीठ पर, फिर कहते हैं, हमें देशद्रोही न कहो, हम तुम पर छोड़ते हैं, बताओ इनको क्या कहें।'


वहीं, कांग्रेस ने डीएसपी दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलवामा हमले की भी दोबारा जांच कराने की आवाज उठाई है। उन्होंने मंगलवार को कहा था कि पुलवामा हमले में देश के 42 जवान शहीद हो गए। हमने कई बार सवाल पूछा कि RDX कौन लेकर आया, कई बार पूछा कि हमले में इस्तेमाल की गई कार कैसे सेना के काफिले में शामिल हुए। मोदी जी, अमित शाह जी और राजनाथ सिंह जी इसका जवाब नहीं दे पाए। अब सामने आया है कि उस वक्त दविंदर सिंह ही पुलवामा का डीएसपी था। क्या दविंदर एक मोहरा था। या फिर वहीं षड्यंत्र का सूत्रधार था। इस सारे सवालों को लेते हुए मामले की गंभीर और गहन जांच की जरूरत है।


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