बॉलीवुड की दिग्गज अदाकारा और सदाबहार एक्ट्रेस ने कई दशकों तक हिंदी सिनेमा पर राज किया। वहीं दूसरी तरफ बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना जिनका पूरा देश दीवाना था उन्हें वहीदा रहमान बेकार एक्टर बताती हैं। ये तो हम सभी जानते हैं कि राजेश खन्ना हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार के तौर पर जाने जाते हैं। लेकिन वहीदा रहमान का कहना है कि काका यानि राजेश खन्ना हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के सबसे बेकार एक्टर्स में से एक थे।
कुछ समय पहले ही वहीदा रहमान एक रिएलिटी शो पर गेस्ट बनकर पहुंची थीं जहां उन्होंने पुरानी बातों को याद करते हुए बताया कि इंडस्ट्री में कौन एक्टर अच्छा था और कौन बुरा। जब शो के होस्ट जय भानुशाली ने वहीदा जी से उनके दौर के बुरे एक्टर के बारे में पूछा तो वहीदा जी ने राजेश खन्ना का नाम लिया और कहा कि- 'राजेश खन्ना बॉलीवुड में सबसे ज्यादा परेशान करने वाले एक्टर थे। काका बहुत ही कंजूस थे क्योंकि जब भी कोई उनसे पैसों के बारे में बात करता था तब वो बात टालकर गायब हो जाते थे। साथ ही राजेश खन्ना हमेशा सेट पर देर से आते थे।' वहीदा जी ने ये भी बताया कि काका सुबह की शूटिंग शिफ्ट में दोपहर तक पहुंचते थे।
यह भी पढ़ेंः
Bollywood के इन 7 स्टार्स ने ब्रेकअप के बाद एक-दूजे के खिलाफ उगला जहर और तोड़ दी सारी हदें
बाद में जब वहीदा रहमान से सबसे अच्छे एक्टर का नाम पूछा गया तो उन्होंने शशि कपूर का नाम लिया और कहा- शशि एक बहुत ही अच्छे, दयालु, सुंदर, उदार और सज्जन इंसान थे इसके अलावा उन्होंने बताया कि- शम्मी कपूर सेट पर सबसे ज्यादा कूल और मस्तीखोर इंसान थे।''
आपको बता दें कि पूरी दुनिया उस वक्त राजेश खन्ना की दीवानी थी। लड़कियां उनकी सिर्फ एक झलक के लिए कुछ भी कर गुजरतीं थीं। जितनी कामयाबी उस दौर में राजेश खन्ना को हासिल हुई थी उतना स्टारडम शायद ही किसी को मिला होगा। लोग सिर्फ उनकी फिल्मों के ही दीवाने नहीं थे बल्कि उनके स्टाइल को भी खूब कॉपी करते थे। काका का कॉलर वाली शर्ट पहनने का स्टाइल और गर्दन टेढ़ी करने का स्टाइल उन्हें हर स्टार से अलग बनाता था।
यह भी पढ़ेंः
लड़कियों में राजेश खन्ना की पॉपुलैरिटी इस कदर थी कि जब उनकी सफेद गाड़ी कहीं खड़ी होती थी तो लड़कियां उसे किस करके लिपस्टिक से गुलाबी कर देतीं थीं। आलम ये था कि राजेश खन्ना की गाड़ी की धूल से लड़कियां अपनी मांग भर लिया करती थी। फिल्मों के सेट पर भी काका अपनी मनमानी चलाते थे वो सेट पर तभी जाते थे जब उनका मन करता था। उनके इस रवैये के बाद भी निर्माता-निर्देशक के बीच उन्हें साइन करने की होड़ लगी रहती थी।