Bollywood इंडस्ट्री में हमेशा से ही खूबसूरती को सबसे ऊपर रखा गया है। हिंदी फिल्मों की शुरुआत से ही लगातार खूबसूरत एक्ट्रेस आना जारी है। हमेशा ही फिल्मों में एक्ट्रेस की सुंदरता और लाजवाब एक्टिंग ने फिल्मों में जान डाली है। हां पहले फिल्मों में एक्ट्रेस के लिए ज्यादा कुछ करने को नहीं होता था, बावजूद इसके हर फिल्म के लिए एक हीरोइन जरूरी होती थी। फिर भी पुराने समय में बहुत सी ऐसी एक्ट्रेस रही जिन्होंने अपनी एक्टिंग और खूबसूरती के दम पर दशकों तक दर्शकों के दिलों पर राज किया। आज की इस स्पेशल स्टोरी में हम आपको बॉलीवुड की ऐसी ही कुछ एक्ट्रेस के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपने दौर में फैंस के दिलों को जीता लेकिन आज उन्हें पहचानना मुश्किल हो रहा है।
इस लिस्ट में सबसे पहले बात करते हैं काजोल (Kajol) की मां तनुजा (Tanuja) की जिन्होंने 60 और 70 के दशक में बहुत सी हिट फिल्में दी। उन्हें छबीली ,बहारें फिर आएंगी, ज्वेल थीफ ,हाथी मेरे साथी ,मेरे जीवन साथी ,अमीर-गरीब, याराना, महिवाल, रखवाला, जैसी फिल्मों के लिए आज भी याद किया जाता है। करियर की ऊचाइंयों पर पहुंच कर तनुजा ने बंगाली फिल्मों के मशहूर डायरेक्टर शोमू मुखर्जी से शादी कर घर बसा लिया था। लेकिन कुछ सालों बाद ही दोनों ने तलाक ले लिया। आज वो कुछ ऐसी दिखतीं हैं।
अब बात करते हैं गीतकार गुलजार (Gulzar) पत्नी राखी गुलजार (Rakhi) की। लीड एक्ट्रेस के बाद उन्होंने कई फिल्मों में हीरो की मां के रोल भी किए हैं। राखी ने 70 से 80 के दशक में दाग, कसमें वादें और कभी-कभी जैसी कई सुपरहिट फिल्में दी। लेकिन साल 2003 के बाद उन्हें किसी भी फिल्म में नहीं देखा गया।
खूबसूरत हसीना वहीदा रहमान (Waheeda Rehman) का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। वहीदा को उनकी एक्टिंग और खूबसूरती के साथ-साथ उनके बेहतरीन डांस के लिए भी जाना-जाताथा। उन्होंने सुपरस्टार देवानंद (Dev Anand) के गाइड में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया था। इसके अलावा उन्हें प्यासा, सोलवा साल, कागज के फूल, साहेब बीवी और गुलाम, सीआईडी, पत्थर के सनम, राम और श्याम और नमक हलाल जैसी फिल्मों के लिए भी याद किया जाता है।
अभिनेत्री माला सिन्हा (Mala Sinha) तो आपको याद ही होंगी। जिनकी खूबसूरती देख लोग आहें भरते थे। उन्होंने नेपाली फिल्म माटिघर से साल 1966 में फिल्मों में काम करना शुरू किया था। जहां उन्हें एक्टर एक्टर चिदंबर प्रसाद लोहानी से प्यार हो गया और दोनों ने साल 1968 में शादी कर ली। उन्होंने आंखें, दो कलियां, गुमराह, प्यासा, नया जमाना और सुहागन जैसी कई यादगार फिल्मों में काम किया।
मशहूर एक्ट्रेस वैजयंतीमाला (Vyjayanthimala) ने 13 साल की छोटी सी उम्र से फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। लीड हीरोइन के तौर पर उन्होंने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में नागिन, कठपुतली, गंगा जमुना, देवदास, नया दौर, मुधमती और संगम जैसी हिट फिल्मों काम किया।
आशा पारेख (Asha Parekh) को आज भी लाखों लोग प्यार करते हैं। इतना ही नहीं 1994 से 2001 तक आशा जी Cine Artist Association की अध्यक्ष और 1998-2001 तक केन्द्रीय सेंसर बोर्ड की पहली महिला चेयरपर्सन भी रहीं हैं। आपको बता दें कि आशा जी ने कभी शादी नहीं की। उन्होंने मां, बाप-बेटी, मेरे सनम, आसमान, दिल देके देखो, जब प्यार किसी से होता है,तीसरी मंजिल, आए दिन बहार के और आया सावन झूम के जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया है।
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