नैनीताल पहुंचे बॉलीवुड गायक जुबिन नौटियाल, भूमि कानून संशोधन को बताया जरूरी
बॉलीवुड के लोकप्रिय गायक जुबिन नौटियाल अपने गृह राज्य उत्तराखंड पहुंचे. उन्होंने नैनीताल पहुंचकर कई मुद्दों पर बात की. उनका कहना है कि, गाने प्रेरणादायी बनने चाहिए. भूमि कानून संशोधन पर भी बात की.
Bollywood Singer Jubin Nautiyal in Nainital: उत्तराखंड में नैनीताल पहुंचे बॉलीवुड गायक कलाकार जुबिन नौटियाल ने उत्तराखंड भूमि कानून में बदलाव का समर्थन किया है. उन्होंने अपनी आगामी फिल्म शेरशाह के गानों की दो लाइन दर्शकों के लिए कैमरे पर गाई. इसके अलावा जुबिन ने वर्तमान के अर्थहीन गानों की जगह युवाओं के लिए प्रेरणा वाले गाने गाने की बात कही.
भूमि कानून संशोधन का समर्थन
बॉलीवुड के हिट गायक उत्तराखंड निवासी जुबिन नौटियाल इन दिनों अपने परिवार के साथ नैनीताल पहुंचे हैं. जुबिन अपनी बहिन निहारिका और पंगोट में रिसोर्ट मालिक शिव मल्होत्रा के वहां ठहरे थे. उनके साथ उनका देहरादून निवासी मित्र रोहन चंदेल और कुछ दूसरे दोस्त भी चार गाड़ियों में आए हैं. जुबिन अपनी वॉल्वो कार संख्या एम एच 02 एफ सी 0111 को खुद चलाकर लाए हैं. उत्तराखंड में भूमि कानून में संशोधन को लेकर चल रहे सोशल मीडिया का जुबिन ने खुद समर्थन किया. उन्होंने कहा कि, मसूरी और नैनीताल में पर्यटकों की बड़ी संख्या आती है और इस राज्य में पर्यटक जरूरी हैं, लेकिन कोरोना के बाद लोग समुद्री तटों को छोड़कर पहाड़ों की तरफ रुख कर रहे हैं, इसके लिए यहां कड़े भूमि कानून बनाने चाहिए ताकि इस क्षेत्र को बचाया जा सके.
नई फिल्म शेरशाह का गीत गुनगुनाया
जुबिन ने करगिल युद्ध के हीरो रहे शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा पर फिल्माई गई आगामी फिल्म 'शेरशाह' में गाए अपने गीत की दो लाइन गुनगुनाई. गीत के बोल इस तरह हैं "काटूं कैसे राता ओ बावरे, जिया नहीं जाता सुन बावरे, की राता लम्बिया लम्बिया रे, कटे तेरे संज्ञा संज्ञा रे, ओ राता लंबया लंबया रे, कटे तेरे संज्ञा संज्ञा रे"
पुराने दौर को लाने का प्रयास
इसके अलावा बॉलीवुड के लोकप्रिय गायक जुबिन नौटियाल ने आजकल के अर्थहीन गानों पर पूछे गए एक सवाल पर कहा कि, वो बिना अच्छे मायने वाले गानों को गाते ही नहीं हैं और पिछले कुछ वर्षों से अरिजीत सिंह के साथ उन्होंने पुराने दौर को वापस लाने का प्रयत्न किया है. म्यूजिक को उन्होंने एंटरटेनमेंट का ही नहीं बल्कि युवाओं को सीख के लिए एक सुंदर संदेश माना है. उन्होंने ये भी कहा कि, कुछ समय पहले उन्होंने छोटे बच्चों को अश्लील गाने गाते सुना था, जो उनका मतलब तक नहीं जानते थे, वो ऐसे गानों का विरोध करते हैं और उनकी तरफ से अपने गांव में केवल अच्छा संदेश ही जाएगा.
उत्तराखंड के नौजवानों के लिए एक संदेश देते हुए जुबिन ने कहा कि, उन्होंने मदद के लिए दूसरों की राह नहीं देखनी चाहिए और जंग खुद लड़नी चाहिए. उन्होंने कहा कि छोटा और आसान रास्ता आकर्षक होता है लेकिन कठिन मार्ग ही सफलता की कुंजी होती है. उसकी चुनौतियां से उबरकर आने में ही आपकी ब्रांडिंग ही आपको चमकाएगी.
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