हर साल बॉलीवुड में अपनी किस्मत चमकाने हज़ारों लोग मुंबई आते हैं जिनमें से कोई इक्का-दुक्का ही ऐसा होता है जो यहां टिक पाता है और इंडस्ट्री में अपना नाम बना पाता है. वैसे भी फिल्म इंडस्ट्री में सफलता हासिल करने के लिए अच्छी किस्मत का होना तो जरूरी है ही साथ ही जरूरत है कड़ी मेहनत और लगन की. ये वो जगह है जहां कलाकारों को सालों गुजर जाते हैं लेकिन पहचान नहीं मिलती और जिन्हें मिलती है समझो भगवान उनपर कुछ ज्यादा ही मेहरबान हैं. वहीं किस्मत और मेहनत का सबसे बेहतर उदाहरण हैं अमिताभ बच्चन.
ये तो हम सभी जानते हैं कि अमिताभ बच्चन को सदी का महानायक कहा जाता है, क्योंकि उनके जैसा कलाकार और कोई नहीं है, मगर अमिताभ को ये सफलता विरासत में नहीं मिली इसके पीछे उनकी कड़ी मेहनत और लगन है. अमिताभ ने अपने दम पर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में वो मुकाम हासिल किया जिसकी चाह हर कलाकार हर एक्टर रखता है. वैसे तो जैसे-जैसे फिल्मी सितारों की पॉपुलैरिटी बड़ती है वैसे वैसे उनकी लाइफ में कई किस्से जुड़ते चले जाते हैं. अमिताभ की जिंदगी में बहुत से पल ऐसे आए जिन्हें भुला पाना उनके लिए बेहद मुश्किल है. अमिताभ बच्चन से उनके एक पुराने इंटरव्यू में पूछा गया था कि- क्या उनके जीवन में कोई ऐसा किस्सा है जिसे वो चाहकर भी भूल नहीं सकते? पत्रकार के इस सवाल पर अमिताभ ने अपनी जिंदगी से जुड़ा एक किस्सा सबके सामने उजागर कर दिया।
दरअसल, ये वो वक्त था जब अमिताभ बच्चन की फिल्म 'जंजीर' रिलीज हो चुकी थी और दर्शकों में उनके प्रति दीवानगी बढ़ती ही जा रही थी। अमिताभ ने जंजीर के बाद का एक किस्सा शेयर करते हुए कहा कि- 'हा मेरी जिंदगी में भी कई ऐसे किस्से हुए हैं जिन्हें मैं कभी नहीं भूल सकता. मैं मद्रास में अपनी फिल्म की शूटिंग कर रहा था. वहां कुछ दिनों बाद मुझे एक आदमी होटल में मिलने आया और मुझसे कहने लगा कि मुझे आपसे सिर्फ दो मिनट बात करनी है, मैने भी उनकी बात मान ली, उन्होंने मुझसे कहा कि साहब मैं आपसे यहां बड़े ही जरूरी काम के सिलसिले में मिलने आया हूं. दरअसल, एक बच्ची अस्पताल में है और बहुत बीमार है. वो बच्ची आपकी बहुत बड़ी फैन है. अगर हो सके तो आप उससे मिलने हॉस्पिटल आ जाएं.'
उस वक्त अमिताभ को लगा कि ये आदमी यहां से चला जाएगा बात खत्म हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ वो शख्स बार-बार अमिताभ के पास उस बच्ची से मिलने की बात को लेकर आता रहा. अमिताभ ने सोचा कि चलो एक बार उस बच्ची से मिल ही लेते हैं औऱ वो उससे मिलने मद्रास के एक अस्पताल में चले गए. जब अमिताभ वहां पहुंचे तो पता चला कि उस बच्ची को स्पाइन में तकलीफ थी और वो बहुत परेशान थी, काफी बड़ी बीमारी थी.
अमिताभ ने अपने इंटरव्यू में बताया कि- 'उस बच्ची का काफी बड़ा ऑपरेशन हुआ था. वो लगभग एक महीने से बिस्तर पर थी. बच्ची खुद मुझसे मिलने नहीं आ सकती थी इसीलिए वो मुझे वहां बुला रही थी. मैं उससे मिलने अस्पताल गया और थोड़ी देर तक मैंने उससे बातें की और फिर मैं वापस आ गया. अगले दिन मेरे पास उस अस्पताल के एक डॉक्टर का फोन आया और उन्होंने मुझे बताया कि आपके आने की वजह से बच्ची की सेहत में काफी सुधार हुआ है, हम बच्ची के लिए कई महीनों से कोशिश कर रहे थे, लेकिन आपके आने से एक दिन में ऐसा हो जाएगा ये सोचा नहीं था.'जब मैंने डॉक्टर की ये बातें सुनी तो मुझे बहुत खुशी हुई, अगर मुझे इस बात का अंदाजा पहले हो जाता तो मैं उससे पहले ही मिलने चला जाता और बच्ची की सेहत में पहले ही सुधार हो जाता.'