बॉलीवुड में अब तक कई सुपरस्टार हुए हैं और आगे भी होते रहेंगे, लेकिन कपूर परिवार के सुपरस्टार पृथ्वीराज कपूर को हिंदी सिनेमा में उनके योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा। इसी के चलते आज की इस स्टोरी में हम आपको पृथ्वीराज कपूर की जिंदगी के उन पहलुओं से रुबरू करवाएंगे जिनसे आप आज तक अंजान रहे होंगे।



पृथ्वीराज का जन्म 1906 को मौजूदा पाकिस्तान के लायलपुर की तहसील समुंद्री में हुआ था। जव वो महज 3 साल के थे तब उनकी मां का देहांत हो गया, स्कूल के दिनों में आठ साल की उम्र में उन्होंने पहली बार एक नाटक में हिस्सा लिया था। जिसके बाद उनकी नाटक में रुचि बढ़ती रही। अपने नाटक के इस शौक को पूरा करने के लिए वो लाहौर आ गए लेकिन हैरान करने वाली बात है कि उनके पढ़े लिखे होने की वजह से किसी भी नाटक कंपनी में पृथ्वीराज को काम नहीं मिला। जब वहां कुछ बात नहीं बनी तो वो 1929 में मुंबई आ गए और इंपीरियल फिल्म कंपनी में बिना किसी सैलरी के एक्स्ट्रा एक्टर बन काम करने लगे।जिसके बाद पृथ्वीराज भारत की पहली बोलती फिल्म आलमआरा का हिस्सा बनने जो साल 1931 में आई थी। इस फिल्म से सिर्फ 24 साल की उम्र में पृथ्वीराज ने अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा दिया था।फिर साल 1960 में फिल्म रिलीज हुई 'मुगल-ए-आजम' जिसने हिंदी सिनेमा के इतिहास को ही बदलकर रख दिया। आज भी इस किरदार के लिए पृथ्वीराज को याद किया जाता है, हालांकि इस फिल्म में दिलीप कुमार और मधुबाला ने भी दमदार अभिनय किया था लेकिन उन दोनों से ज्यादा पृथ्वीराज को तारीफ मिली थी। वहीं इस आइकॉनिक फिल्म की फीस से जुड़ा एक मजेदार किस्सा है, दरअसल फिल्म के मेकर्स ने पृथ्वीराज को साइन करने हुए कोरा चेक दे दिया था तो इसपर पृथ्वीराज ने कहा कि, इतना कुछ लिखा है तो, रकम भी लिख ही देते जिसपर आसिफ ने कहा, जानता तो पूछता नहीं।



आसिफ की बात सुनकर पृथ्वीराज बोले कि- 'अच्छा तो फिर जो रकम लिखोगे, मुझे मंजूर होगी।' फिर आसिफ ने कहा, 'नहीं दीवानजी,  सबने अपनी कीमत लगाई है, फिर आप क्यों..?' आसिफ की बात सुनकर पृथ्वीराज कपूर बोले- 'नहीं मेरी कीमत तुम लगाओगे,  क्योंकि मैं भी तो अभी तक अपनी कीमत नहीं लगा पाया।' दोनों के बीच काफी देर तक हुई इस बातचीत के बाद आखिरकार 75 हजार रुपये की फीस तय हुई। लेकिन ये बात इतने पर ही नहीं रुकी, फीस तय होने के बाद आसिफ कॉन्ट्रेक्ट साइन करने के बदले पृथ्वीराज को एडवांस रकम देना चाहते थे। जिसके लिए आसिफ ने उनसे चेक पर एडंवास लिखने के लिए कहा तो पृथ्वीराज ने चेक पर सिर्फ एक रूपये लिखा। ये देखकर आसिफ बहुत इमोशनल हो गए।