मेरठ: मेरठ के मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी वार्ड में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां 10 साल का मासूम बच्चा जख्मी हालत में अपने परिजनों के साथ नंगे पैर फर्श पर बैठा रहा और उसके परिजन हाथ में ग्लूकोस की बोतल लेकर खड़े रहे.


फर्श पर बैठकर रोता रहा मासूम


स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने जख्मी हालत में मासूम बच्चे को भर्ती करना तो दूर उसको स्ट्रेचर भी उपलब्ध करना उचित नहीं समझा. बच्चा दर्द के कारण घंटों तक फर्श पर बैठा रोता रहा. परिजन डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के हाथ पांव जोड़ते रहे लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की. हालांकि जब वहां मौजूद लोगों ने मासूम बच्चे के दर्द को समझा और कैमरे में कैद किया, तो इमरजेंसी वार्ड में हड़कंप मच गया.


स्टाफ पर होगी कार्रवाई


प्रिंसिपल के कहने के बाद बच्चे को भर्ती किया गया. वहीं, कॉलेज के प्रिंसिपल मामले का संज्ञान में लेकर लापरवाही बरतने वाले स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की बात कह रहे हैं.


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