SP के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन पर लगा ब्रेक, बीजेपी ने तंज कसते हुए कहा- खाने के दांत अलग दिखाने के अलग
बीते 5 अगस्त को समाजवादी पार्टी ने प्रदेश में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन की शुरुआत की थी जिस पर ब्रेक लग गया है. बीजेपी ने इस लगे ब्रेक पर एसपी पार्टी पर जमकर हमला बोला है.
समाजवादी पार्टी ने 5 अगस्त को छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र की जयंती से प्रदेश में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन की शुरुआत की. उसी दिन पार्टी ने पूरे प्रदेश में साइकिल यात्रा भी निकाली जिसके बाद अब उस पर ब्रेक लग गया है. समाजवादी पार्टी एक तरफ पिछड़ा वर्ग सम्मेलन भी कर रही है.
वहीं, प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन की अगर बात करें तो केवल यह सम्मेलन अब तक 2 जिलों में ही हो पाया है और उसके बाद सम्मेलनों पर लगभग ब्रेक सी लग गई है. इसे लेकर बीजेपी को जहां समाजवादी पार्टी पर निशाना साधने का मौका मिल गया है तो वहीं समाजवादी पार्टी के नेता कह रहे हैं कि दरअसल बारिश और कुछ और वजहों से सम्मेलन फिलहाल रुका हुआ है लेकिन जल्दी से पूरे प्रदेश में दोबारा शुरू किया जाएगा.
बलिया से हुई इसकी शुरुआत
बता दें, उत्तर प्रदेश में इन दिनों सियासत में ब्राह्मणों को अपने साथ जोड़ने की होड़ सी मची हुई है. सबसे पहले बीएसपी ने प्रबुद्ध वर्ग की संगोष्ठी शुरू की और उसके बाद फिर समाजवादी पार्टी ने भी प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन का ऐलान किया. इसकी शुरुआत 5 अगस्त को क्रांति की धरती बलिया से हुई. कार्यक्रम उस गांव से शुरू हुआ जहां पर जनेश्वर मिश्र का जन्म हुआ था. उनकी जयंती का दिन इस प्रबुद्ध सम्मेलन के लिए चुना गया.
जनेश्वर मिश्रा समाजवादी पार्टी का बड़ा ब्राह्मण चेहरा रहे और छोटे लोहिया के नाम से मशहूर हुए. हालांकि 5 अगस्त को शुरू हुआ यह कार्यक्रम महज 2 जिलों में ही हो पाया है. बलिया और फिर मऊ उसके बाद इस प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन पर एक तरीके से ब्रेक सा लग गया है. फिलहाल इन दो जिलों के अलावा अब तक किसी भी जिले में ये प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन नहीं हुआ है. वहीं अगर दूसरी तरफ देखा जाए तो लगातार समाजवादी पार्टी का पिछड़ा वर्ग सम्मेलन अलग-अलग जिलों में हो रहा है.
बीजेपी का कड़ा वार
पिछड़ा वर्ग सम्मेलन का पहला चरण पूरा होने के बाद पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल कश्यप लगातार अब प्रदेश के दूसरे जिलों में पिछड़ा वर्ग सम्मेलन का दूसरा चरण चला रहे हैं. तो वहीं प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन अब तक केवल 2 जिलों में होने के बाद इसे लेकर तमाम सवाल भी खड़े हो रहे हैं. वहीं अब बीजेपी साफतौर पर कह रही है कि दरअसल समाजवादी पार्टी के खाने के दांत अलग है और दिखाने के दांत अलग हैं. पार्टी केवल इन सम्मेलनों के जरिए दिखावा कर रही है और उसे शायद अपना वोट बैंक खिसकने का डर है.
प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन का दारोमदार पार्टी के पांच बड़े ब्राह्मण चेहरों को सौंपा गया इनमें पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडे पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोज पांडेय, पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा, पूर्व विधायक संतोष पांडेय और पार्टी के वरिष्ठ नेता सनातन पांडे शामिल हैं. शुरुआत बलिया से होने के बाद अगले दिन यह कार्यक्रम मऊ में हुआ लेकिन उसके बाद यह सम्मेलन किसी भी जिले में नहीं हुआ है.
एसपी का आरोपों पर बयान
अब बीजेपी साफतौर पर कह रही है कि समाजवादी पार्टी को दरअसल डर है कि कहीं ब्राह्मणों को जोड़ने के चक्कर में ऐसा ना हो कि समाजवादी पार्टी का जो वोट बैंक है मुस्लिम यादव और पिछड़ा वहीं उससे दूर ना चला जाए. जिस कारण पार्टी शायद इन सम्मेलनों पर ध्यान नहीं दे रही है. हालांकि बीजेपी के इन आरोपों पर प्रबुद्ध वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष और अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे मनोज पांडेय का साफतौर पर कहना है कि बाढ़ और बारिश के चलते फिलहाल प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन अभी रूका है. उन्होंने आगे कहा कि, जब स्थितियां ठीक होंगी तब प्रदेश के अलग-अलग जिलों में इसे किया जाएगा. हालांकि वो ये भी कह रहे हैं कि औरैया में अब 24 तारीख को यह प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन किया जाएगा और समाजवादी पार्टी सबको साथ लेकर चलती है किसी एक जाति या धर्म विशेष की बात नहीं करती है.
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