विश्व कुश्ती चैंपियनशिप विवाद पर बृजभूषण सिंह का दावा- 'रिटायर्ड खिलाड़ियों ने लगाया अड़ंगा'
Brij Bhushan Sharan Singh: बृजभूषण शरण सिंह ने विवाद के पीछे धरना पर बैठे पहलवानों को जिम्मेदार बताया और कहा कि ये लोग कुश्ती को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.
Brij Bhushan Sharan Singh: भारत के 12 पहलवान विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए अल्बानिया के लिए रवाना हो गए है. इससे पहले इसे लेकर काफी विवाद हुआ था, जिसके बाद इन पहलवानों ने खेल मंत्री मनसुख मांडविया के सरकारी आवास के बाहर डेरा जमा लिया था. मंत्री के हस्तक्षेप के बाद खिलाड़ियों को अल्बानिया में होने वाली चैपियनशिप में हिस्सा लेने की अनुमति मिल गई. इस पूरे विवाद पर भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है.
बृजभूषण शरण सिंह ने इस पूरे विवाद के पीछे धरना पर बैठे पहलवानों को ज़िम्मेदार बताया और कहा कि जो लोग ये कह रहे थे कि कुश्ती के भले के लिए बैठे है वो लोग ही कुश्ती को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. पूर्व बीजेपी सांसद ने कहा कि 'ये विवाद ऐसे हुआ कि खेल मंत्रालय ने कुश्ती महासंघ पर प्रतिबंध लगा दिया है. जो वर्ल्ड रेसलिंग बॉडी है वो सरकार को नहीं मानती है वो सबकुछ फेडरेशन को मानती है.
उन्होंने कहा कि ये शुरू से ही होता आ रहा है लेकिन, सरकार और खेल फेडरेशन ने मिलकर रास्ता निकाला. बच्चे ओलंपिक गए और मेडल भी लाए. ये सब ऐसे ही चल रहा था. सरकार अपना काम कर रही थी और संघ अपना काम कर रहा था. इसलिए टीम लगातार जा रहा था. ये विवाद इसलिए हुआ क्योंकि साक्षी के पति सत्यव्रत कादियान हाईकोर्ट चले गए, जहां उन्होंने मांग की कि खेल फेडरेशन न नेशनल कराए, न ट्रायल कराए और न टीम को भेजे. यानी खेल की गतिविधि को एकदम ठप कर दिया जाए.'
#WATCH | BJP leader Brij Bhushan Sharan Singh says, "This controversy arose in such a way that the sports ministry has banned the wrestling federation and the world wrestling body does not believe in the government, it believes in the wrestling federation. This situation has been… pic.twitter.com/e2Ho46Puyv
— ANI (@ANI) October 26, 2024
धरने पर बैठे खिलाड़ियों पर लगाया आरोप
बृजभूषण ने कहा कि इसके बावजूद खेल फेडरेशन ने यूथ 23 की वर्ल्ड चैंपियनशिप थी, जिसमें खेल फेडरेशन ने अपने खिलाड़ियों को भेजा, लेकिन इसमें जज ने सीनियर को लेकर सीनियर को सख्त आदेश कर दिए थे, जिसे लेकर विवाद हुआ. शुक्रवार को ये खिलाड़ी खेल मंत्री मनसुख मांडविया के पास भी पहुंच गए थे. जिसके बाद मंत्री जी ने अध्यक्ष को बुलाकर व्यक्तिगत तौर पर कहा कि जो होगा वो देखा जाएगा लेकिन खिलाड़ियों का नुकसान नहीं होना चाहिए. मंत्री के आश्वासन पर आज सुबह सभी खिलाड़ियों को अल्बानिया के लिए रवाना कर दिया गया.
उन्होंने खेल मंत्री के इस फैसले की सराहना की और कहा कि खेल मंत्री के इस कदम से पूरे देश के खिलाड़ियों में ख़ुशी है. ये लोग जो कुश्ती का भला चाहते थे, कि हम भले के लिए बैठे हैं यो दो साल से कुश्ती रोकने का काम कर रहे हं. आज नेशनल नहीं हो पा रहा है. नेशनल होता तो ये लोग कोर्ट चले जाते हैं. लेकिन मंत्री के संज्ञान में पूरा विषय आ गया है. हमें लगता है कि कुश्ती को लेकर जो समस्या चल रही थी, उसका समाधान जल्द निकलेगा.
वर्ल्ड चैंपियनशिप में जो टीम गई है उसमें हमारे मंत्री जी का बहुत सहयोग है . फेडरेशन का सहयोग है हमारे खिलाड़ी अच्छे हैं. मेडल लाएँगे. लेकिन आगे भी खेल की गतिविधि जो ये लोग बंद कर देना चाहते है इस पर सरकार और लोगों दोनों से सहयोग की उम्मीद है.
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