Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) कांग्रेस (Congress) कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी (Brijlal Khabri) बुधवार को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) को प्रदेश भर में सफल बनाने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने एटा (Etah ) पहुंचे थे. यहां उन्होंने कार्यक्रम में शिरकत करने आए पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया. वहीं कार्यकर्ताओं ने भी प्रदेश अध्यक्ष का जोरदार स्वागत किया. कार्यक्रम में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर भी निशाना साधा. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा "पीएम मोदी सिर्फ मन की बात करते हैं."
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा " प्रधानमंत्री देशवासियों के मन की बात सुनना नहीं चाहते. देश वासियों तक प्रधानमंत्री की बात पहुंचाने का जिम्मा मीडिया का है. प्रधानमंत्री मीडिया का सामना कभी नहीं करते सिर्फ अपने मन की बात कहते हैं. वो जनता के मन की बात नहीं सुनना चाहते. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जब भी महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार पर सदन के अंदर चर्चा करते हैं, तो बीजेपी भागती हुई नजर आती है. इसीलिए जब सदन के अंदर चर्चा नहीं करने दी जाती."
बृजलाल खाबरी बोले- आरएसएस और बीजेपी एक ही
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक यात्रा कर डाली. अगर आप सदन में चर्चा नहीं करने देना चाहते तो कांग्रेस सड़क पर इन मुद्दों पर चर्चा करेगी. हिंडन वर्ग की रिपोर्ट और अडानी ग्रुप के गिरे शेयरों के सवाल पर खाबरी ने कहा कि राहुल गांधी ने तो पहले भी पार्लियामेंट के अंदर हमेशा यह सवाल उठाया की बीजेपी ने हम दो और हमारे दो का जो फार्मूला लागू किया गया है वह देश को ले डूबेगा. उन्होंने बगैर नाम लिए अंबानी और अडानी को लुटेरा और पीएम को उनका संरक्षक तक कह दिया. वहीं मोहन भागवत के जाति व्यवस्था के बयान पर खाबरी ने कहा की आरएसएस और बीजेपी एक ही है. आरएसएस प्रमुख ने आगामी लोकसभा चुनाव को भुनाने के लिए ऐसा बयान दिया है. धर्म धर्म खेलकर कर ये आगामी लोकसभा चुनाव जीतना चाहते है. उन्होंने कहा की जनता अब सब कुछ समझ चुकी है. पिछला चुनाव बीजेपी ने हिंदू मुस्लिम के मुद्दे पर लड़ा. ये अब भी धर्म के खेल खेलकर लोगों का दिमाग डायवर्ट कर रहे हैं.
बीजेपी मंहगाई और बेरोजगारी के मुद्दे से है भागती
उन्होंने कहा की बीजेपी मंहगाई से छुटकारे, अन्याय, अत्याचार और बेरोजगारी के मुद्दे पर बात नहीं करना चाहती. उन्होंने कहा की कानून जिन चीजों को इजाजत नहीं देता वो काम लोगों को नहीं करना चाहिए. स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर उन्होंने कहा की रामचरित मानस किन परिस्थितियों में लिखा गया.आज देश संविधान से चल रहा है और संविधान आपको किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करने का अधिकार किसी को भी नहीं देता.