UP Politics: उत्तर प्रदेश कांग्रेस (Congress) कमेटी ने नेतृत्व से नाराज हाशिए पर पड़े पुराने कांग्रेसियों को एकजुट करने का अभियान शुरू किया है. कांग्रेस नेताओं का मानना है कि पुराने कांग्रेसियों के पास चुनाव लड़ने की रणनीति बनाने का खासा अनुभव है. संगठन की मजबूती के लिए भी उनका साथ बहुत जरूरी है. सबकी अपनी शिकायतें हैं, नाराजगी है. हर पुराने कांग्रेसी के पास कहने को कुछ न कुछ है. ऐसे में उनके शिकवे गिले दूर करना बहुत जरूरी है. प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी (Brijlal Khabri) ने उनके शिकवे गिले को दूर करने के लिए चरणबद्ध तरीके से कार्यक्रम बनाया है.
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस यूपी में एक बार फिर से खुद को मजबूत करने में जुटी है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने इसकी शुरुआत उन पुराने कांग्रेसियों से की है, जो किसी न किसी वजह से नेतृत्व से नाराज हैं. खाबरी ने इन कांग्रेसियों को फिर से जोड़ने का जो प्लान बनाया है उसकी शुरुआत कानपुर से होगी. खाबरी ने बताया कि कानपुर में डेढ़ सौ से ज्यादा पुराने कांग्रेसियों को एकत्र करके उनसे चाय पर चर्चा की जाएगी. पार्टी को मजबूत बनाने के लिए उनके सुझाव लिए जाएंगे. कानपुर की तरह रायबरेली और प्रदेश के अन्य जनपदों में भी पुराने कांग्रेसियों के साथ खाबरी बैठक करेंगे.
मार्च में लखनऊ आ सकती हैं प्रियंका गांधी
एबीपी गंगा से बात करते हुए बृजलाल खाबरी ने बताया कि मार्च के पहले हफ्ते में प्रियंका गांधी भी लखनऊ आ सकती हैं. उन्होंने कहा कि हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत देश के सभी राज्यों में महिला मोर्चा की रैली निकाली जानी है जिसकी अगुवाई प्रियंका गांधी करेंगी. यूपी की राजधानी लखनऊ में भी प्रियंका गांधी के नेतृत्व में महिला मोर्चा की एक विशाल रैली निकलेगी. रैली की रूपरेखा और प्रियंका गांधी का कार्यक्रम जल्द दिल्ली में बैठक करके तय किया जाएगा.
बृजलाल खाबरी ने कहा कि कांग्रेस संगठन की मजबूती के लिए काम कर रही है. युवाओं और महिलाओं के लिए तमाम कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. अखिलेश यादव के लोकसभा चुनाव में किसी से गठबंधन न करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस भी किसी से कोई गठबंधन नहीं करना चाहती. बृजलाल खाबरी ने इन्वेस्टर समिट पर भी सवाल उठाए.