BSP Sammelan in Bareilly: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है. अयोध्या से शुरू हुआ बसपा का ब्राह्मण सम्मेलन आज बरेली में हुआ. इस दौरान बसपा के राष्ट्रीय महासचिव संतीश चन्द्र मिश्रा ने योगी सरकार पर ब्राम्हणों को चुन चुन कर मारने का आरोप लगाया तो वहीं, राम मंदिर बनवाने के सवाल पर कुछ भी नहीं बोले और चलते बने.


किसी से नहीं करेंगे चुनाव में गठबंधन


प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब संतीश चन्द्र मिश्रा से एबीपी न्यूज़ संवाददाता अनूप मिश्रा ने सवाल किया कि, अगर आपकी सरकार बनती है तो क्या अयोध्या में राम मंदिर बनवाएंगे, इस सवाल पर संतीश चन्द्र मिश्रा ने चुप्पी साध ली और प्रेस कॉन्फ्रेंस बीच में छोड़कर चलते बने. संतीश चन्द्र मिश्रा ने कहा कि, वो किसी से चुनाव में गठबंधन नहीं करेंगे. वहीं, तीसरे मोर्चे पर कहा कि, तीसरा चौथा मोर्चा बनता रहेगा. 


शंखनाद, मंत्रोच्चार और परशुराम जी के जयकारों का ये नजारा बसपा के मंच से गूंज रहा था. ये पहली बार है कि, बसपा अब हिंदुत्व के मुद्दे पर चुनाव जीतने का प्रयास कर रही है. बसपा के राष्ट्रीय महासचिव आज बरेली के पीलीभीत रोड स्थित फ़हम लॉन पहुंचे. जहां पर उन्होंने प्रबुद्ध विचार संगोष्ठी की. संतीश चंद्र मिश्रा ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि, उत्तर प्रदेश में आपको हर जगह निराशा ही निराशा नजर आ रही है.


अयोध्या में मंदिर निर्माण पर सवाल 


इस दौरान उन्होंने कहा कि, हमने अयोध्या में जाकर देखा तो असलियत सामने आ गई तो पता चला कोई भी विकास अयोध्या में नहीं हुआ. भाजपा ने कहा अयोध्या में बहुत काम हुआ, 250 करोड़ लग गए पर पता नहीं कहां लग गए. हम जब अयोध्या गए तो सवाल खड़े कर दिए कि ये क्यों गए?  क्या इन्होंने ही श्रीराम का ठेका ले रखा है. 1993 से लेकर भगवान राम को लेकर कितने लाख करोड़ रुपये चंदा एकत्र किया गया और अगर एकत्र कर लिया था तो फिर हर घर में झोला लेकर चंदा लेने के लिए क्यों भेज दिया. 10 हजार करोड़ रुपये फिर कमा लिया. वहां नींव भी नहीं भरी गई. कल एक साल हो जाएगा. इन्होंने ऐसी जगह पूजन किया जो वर्जित है. ये खुद चाहते हैं कि विघ्न पड़े. ये कोई कानून नहीं लाए. रामलला को वो वोट की वस्तु बनाकर रखना चाहते हैं. इनकी ठेकेदारी खत्म करने का समय आ गया.


दलित-ब्राह्मणों पर हो रहे हैं हमले 


उन्होंने कहा कि, पिछले साढ़े 4 सालों में दलितों और ब्राम्हणों पर चुन चुन कर हमले हो रहे हैं. ब्राम्हणों को तो इतना दहशत में ला दिया है कि न जाने कब उसे गोली मार दी जाएं. सरकार बनते ही 5 ब्राम्हणों को रायबरेली में जलाने का काम किया, उनकी झोपड़ी जला दी गई. उनके मंत्री कहते हैं कि ऐसे अपराधियों के साथ ऐसा ही होगा. लखनऊ में एप्पल कंपनी में काम करने वाले को उसका नाम पूछते ही पूछते ही जैसे पता चला वो तिवारी है उसको मार डाला. बिकरू कांड में 100 ब्राम्हण का नाम लिया गया. अधिकारियों से कहा गया कि ये अच्छा मौका मिला है, इनको अज्ञात में डाल दो फिर जिसे चाहो उठा लो. फिर सब जगह से मजबूत ब्राम्हणों की लिस्ट बनाकर मुंबई और कोलकाता से उठवाकर उनको मार दिया गया ब्राम्हण, महिलाओं को भी नहीं छोड़ा जो घर में काम कर रही थी, उसके साथ में उसके 3 साल और 6 साल के बच्चे को भी जेल में भी डाल दिया. 29 तारीख को शादी होती है, खुशी दुबे की और फिर उसे भी जेल में डाल देते हैं.  7 दिन तक खुशी दुबे को कहा रखा ये तक नहीं बताया.


कृषि कानून पर साधा निशाना


कृषि बिल पर निशाना साधते हुए कहा कि, ये कानून किसानों के हक़ में नहीं है. उधोगपतियों ने पूरे देश को खरीद लिया. ओएनजीसी, बैंक, हवाई अड्डे, बिजली, LIC सबकुछ बेंच दिया. जिस चीज के लिए अग्रेजों को भगाया था, आज वही हालात हो गए हैं. अब किसान बेघर हो जाएगा. जब सबका निजीकरण कर दोगे तो सरकारी नौकरियां खत्म हो जाएंगी, तो नौजवान कहां जायेगा. नौजवान के पास नौकरी नहीं है, आपने 2 करोड़ नौकरी देने की जगह हर साल 2 करोड़ नौकरी लेने का काम किया. आपने लोगों को बेघर कर दिया. 


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