UP Politics: 'जाति का नाम, वोट वाला काम', मायावती ने क्यों उठाए नीयत और नीति पर सवाल? अखिलेश यादव पर किया प्रहार
Caste Census: बीएसपी (BSP) चीफ मायावती (Mayawati) ने नीयत और नीति पर सवाल करते हुए समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर निशाना साधा है.
UP Budget 2023: उत्तर प्रदेश में जातिवार जनगणना (Caste Census) की मांग तेज होते जा रही है. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने इसे अपने सियासी हथियार बना लिया है. विधानसभा में गुरुवार को भी इस मुद्दे पर शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने सपा विधायकों के साथ धरना दिया और हंगामा भी हुआ. लेकिन अब इस सियासत में बीएसपी (BSP) चीफ मायावती (Mayawati) की एंट्री हो गई है.
मायावती ने कहा, "यूपी सरकार की नीयत और नीति बीएसपी जैसी सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय आधारित सर्वसमाज- हितैषी नहीं होने के कारण जनता समझ नहीं पा रही है कि पिछले वर्ष के इनके वादों व दावों का क्या अमल हुआ?"
Watch: देखते रहे सीएम योगी, विधानसभा में भिड़े अखिलेश यादव और मंत्री सुरेश खन्ना, हुई तीखी नोकझोंक
सपा से किया सवाल
बीएसपी चीफ ने आगे कहा, "इसके अलावा यदि सपा यूपी में जातिगत जनगणना को लेकर गंभीर होती तो फिर इनको यह कार्य अपनी सरकार रहते हुए ही इसे करा लेना चाहिए था, जबकि बीएसपी इसकी जबरदस्त समर्थक है. यह कार्य पूरे देश में व एक साथ होना चाहिए, इसके लिए केंद्र सरकार को ही आगे आना चाहिए."
बसपा प्रमुख ने कहा, "खासकर सपा और बीजेपी, यूपी में विकास के जिन कार्यों को अपना कहकर भुना रही है. उनमें से अधिकांश कार्यों की रूपरेखा बीएसपी सरकार में ही तैयार कर दी गयी थी तथा काफी कार्य शुरू भी कर दिए गए थे, यही सच है."
उन्होंने कहा कि इस वर्ष का बजट भी हवाहवाई ज्यादा और जनता की उनकी ज्वलंत समस्याओं से मुक्त करने की उम्मीदों पर खरा उतरने वाला कम है. दरअसल, बीते कुछ दिनों से जातिवार जनगणना की मांग सपा जोरदार तरीके से उठा रही है. वहीं योगी सरकार के कई मंत्री भी इसकी मांग कर रहे हैं.
गौरतलब है कि जातिवार जनगणना की यूपी में मांग के बीच मायावती ने पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव से ही सवाल कर दिया है. जबकि जातिवार जनगणना की मांग को भी समर्थन दिया है.