Mayawati On One Nation One Election: एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने केंद्र सरकार को समर्थन का ऐलान किया है. हालांकि उन्होंने शर्त भी रखी है. केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को एक राष्ट्र एक चुनाव पर बनी कमेटी की रिपोर्ट को स्वीकृति दी. माना जा रहा है कि आगामी शीतकालीन सत्र में सरकार वन नेशन वन इलेक्शन संबंधी विधेयक संसद में पेश करेगी.


इस संदर्भ में बसपा चीफ ने लिखा कि- एक देश, एक चुनाव’ की व्यवस्था के तहत् देश में लोकसभा, विधानसभा व स्थानीय निकाय का चुनाव एक साथ कराने वाले प्रस्ताव को केन्द्रीय कैबिनेट द्वारा आज दी गयी मंजूरी पर हमारी पार्टी का स्टैण्ड सकारात्मक है, लेकिन इसका उद्देश्य देश व जनहित में होना ज़रूरी है.


इस मामले पर समाजवादी पार्टी ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा कि केंद्र की भाजपा सरकार ये जानती है कि जहां जहां भाजपा की सरकार है  वहां जब भी चुनाव होंगे भाजपा साफ हो जाएगी. इसलिए भाजपा चुनाव से भागना चाहती है. ये वही भाजपा है जो नोटबंदी के बड़े बड़े फायदे गिना रही थी. वन नेशन वन इलेक्शन का जब ड्राफ्ट आएगा तो उस समय समाजवादी पार्टी अपना स्टैंड क्लियर करेगी.


कांग्रेस और बीजेपी ने क्या कहा?
उधर, कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद ने कहा कि मोदी सरकार का एक और शिगूफा एक और ड्रामा है. ये सरकार चारों तरफ से गिर गई है . उन्होंने कहा कि चले तो थे 400 का आंकड़ा बनाकर पर सिमट गए 240 में. कांग्रेस नेता ने पूछा कि साधारण बहुमत तो इकट्ठा करना मुश्किल है. ये मोदी सरकार तो दो तिहाई बहुमत कहां से लाएगी ?  अपनी असफलताओं से ध्यान हटाने के लिए इस चुनाव में किसी तरीके से मुद्दे बदलने के लिए यह चर्चा में लाया गया विषय है.


कांग्रेस नेता ने कहा कि विस्तार में इस पर तभी बोला जा सकता है जब यह किसी विधेयक के रूप में या ड्राफ्ट के रूप में सार्वजनिक लोकसभा या राज्यसभा में आएगा.


इसी मामले पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि- #एक_देश_एक_चुनाव प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के ऐतिहासिक फ़ैसले का हार्दिक स्वागत और अभिनंदन करता हूँ. देश हित में प्रधानमंत्री मोदी का कड़ा और बड़ा निर्णय है. एक भारत श्रेष्ठ भारत.