Rajasthan News: राजस्थान के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा और बीजेपी (BJP) के विधायक मदन दिलावर को सदन में उनके ‘‘अमर्यादित’’ आचरण के लिए सोमवार को विधानसभा सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया. सोमवार को कई बार ‘हंगामेदार व असहज दृश्य’ देखने को मिले जिसकी शुरुआत शून्यकाल के दौरान गुढ़ा द्वारा एक कथित ‘लाल डायरी’ का मुद्दा उठाने से हुई. अब इस ‘लाल डायरी’ पर सियासी बयानबाजी में बीएसपी (BSP) नेता आकाश आनंद (Akash Anand) की एंट्री हो गई है.


आकाश आनंद ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "राजस्थान विधानसभा में कथित लाल डायरी को लेकर जो हंगामा हुआ है. उसकी वजह कांग्रेस सरकार में फैला भ्रष्टाचार है. पिछले पांच साल गहलोत सिर्फ सचिन पायलट से लड़ते रहे और पायलट अपनी ही सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ धरना दिए. अब कांग्रेस सरकार के मंत्री द्वारा ही उनके कारनामों का सच उजागर हो रहा है. कांग्रेस की सरकार राजस्थान और राजस्थान की जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा है."


Gyanvapi Masjid Case: ज्ञानवापी मस्जिद केस में क्या है विवाद, क्यों हो रहा है सर्वे, कब कोर्ट ने क्या दिया है आदेश?


पूर्व मंत्री का दावा
बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने दावा किया कि उनके पास अशोक गहलोत नीत सरकार की वित्तीय अनियमितताओं का विवरण है. कांग्रेस विधायक गुढ़ा के साथ-साथ बीजेपी के मदन दिलावर को भी अध्यक्ष सी पी जोशी ने मणिपुर में जातीय हिंसा पर एक प्रस्ताव पारित करने के दौरान हंगामा करने के कारण विधानसभा सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया. सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित की गई और एक बार मार्शल ने गुढ़ा को सदन से बाहर कर दिया.


विधानसभा अध्यक्ष जोशी ने गुढ़ा के व्यवहार पर कड़ी आपत्ति जताई और उन्हें बार-बार उनके कक्ष में मिलने के लिए कहा. इस बीच भाजपा विधायकों ने भी नारेबाजी तथा हंगामा शुरू कर दिया और लाल रंग की ‘प्रतीकात्मक’ डायरियां लहराईं. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान में कांग्रेस नीत सरकार पर ‘‘भ्रष्टाचार के सभी रिकॉर्ड तोड़ने’’ का आरोप लगाया.