UP Politics: बीएसपी में बढ़ रही मायावती के भतीजे आकाश आनंद की जिम्मेदारी, इन वजहों से तेज हुई चर्चा
बसपा (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) अपने भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand) की पार्टी में जिम्मेदारियों को लगातार बढ़ा रही हैं. इसकी चर्चा इन वजहों से हो रही है.
UP News: उत्तर प्रदेश में अपने जनाधार के लिए संघर्ष कर रही बसपा (BSP) अब नई रणनीति पर काम कर रही है. पार्टी ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के साथ ही राजस्थान (Rajasthan) समेत कई राज्यों में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) की तैयारियां शुरू कर दी है. चुनावी तैयारियों के बीच अब पार्टी के तमाम बड़े निर्णयों में मायावती (Mayawati) के भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand) की भूमिक भी देखी जा रही है.
दरअसल, आकाश आनंद अब बसपा के लिए मुख्य भूमिक में नजर आ रहे हैं. इसी बीच चर्चा ये भी है कि आने वाले दिनों में आकाश आनंद की जिम्मेदारी और भी बढ़ाई जा सकती है. इसके पीछे कई वजहों को गिनाया जा रहा है. सबसे पहले ये चर्चा यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान शुरू हुई थी. तब चुनाव में आकाश आनंद काफी सक्रिय रहे. कई मौकों पर उन्हें पार्टी सुप्रीमो मायावती के साथ रैलियों में देखा गया. इस दौरान आकाश कई बड़ी बैठकों में भी हिस्सा ले रहे थे.
अखिलेश यादव के आरोपों पर जवाब
अब ताजा मामलों पर गौर करते हैं. बीते दिनों अखिलेश यादव ने मायावती पर बीजेपी से मिले होने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि वे अपनी ही बनाई हुई जेल में कैद हैं, उस जेल का जेलर दिल्ली में बैठा हुआ है. तब सबसे पहले आकाश आनंद ही सपा प्रमुख के इस आरोप का जवाब देने के लिए आगे आए. उन्होंने ट्विटर कर चार तस्वीरें शेयर की. जिसमें अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव प्रधानमंत्री के साथ दिखाई दे रहे थे.
उन्होंने अपने इस ट्वीट में लिखा, "जेल में कौन कैद है, कौन जेलर है. ये बात वो कह रहे हैं जिनके चाचा और रामपुर वाले अंकल आजतक ये नहीं समझ पाए कि वो एसी कमरे से बाहर क्यों नहीं निकलते. जिनके कार्यकर्ता ये पूछने की हिम्मत नहीं कर सकते कि वे दो बजे सोकर क्यों उठते हैं, वो अखिलेश यादव ना जाने किस भ्रम में हैं."
मायावती का बचाव
मायावती के भतीजे ने आगे लिखा, "इन तस्वीरों में आपके हाव-भाव सारी कहानी खुल के बयां कर रहे हैं. कैसी बचकानी बातें करने लगे हैं अखिलेश यादव आप आज कल. अगर बीएसपी जो कुछ करती है उसके पीछे बीजेपी है तो फिर 2019 का गठबंधन किसके कहने पर हुआ?"
उन्होंने आगे लिखा, "बीएसपी सिर्फ एक दल ही नहीं बल्कि एक मिशन है. हम हमेशा देश के शोषित-वंचित समाज के साथ खड़े रहते हैं. एक आदिवासी समाज की महिला को समर्थन दे कर बीएसपी ने समाजिक न्याय और समतामूलक समाज की भावना को बल दिया है. लेकिन आपको दलितों और आदिवासी समाज से इतनी नफरत क्यों है ये समझ नहीं आ रहा."
विधानसभा चुनाव की तैयारी
अब बात चुनावी तैयारियों की कर लें. राजस्थान में 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसको लेकर बीएसपी ने अपनी रणनीतियों पर काम करना शुरू कर दिया है. चुनावी रणनीतियों के साथ ही बैठकों में आकाश आनंद की भूमिक साफ तौर पर देखा जा सकती है. बीते दिनों 11 सितंबर को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी कार्यकताओं और पदाधिकारियों के साथ समीक्षा की. इसकी जानकारी उन्होंने ट्विटर के माध्यम से तस्वीरें शेयर करते हुए दी.
इसके अलावा पार्टी सूत्रों का कहना है कि बसपा प्रमुख ने अपने भतीजे आकाश आनंद को गुजरात और मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को लामबंद करने की जिम्मेदारी सौंपी है. वे यहां जाकर कार्यकार्ताओं और पदाधिकारियों की बैठकें भी कर रहे हैं. खास बात तो ये है कि गुजरात में इसी साल के अंत में चुनाव होने वाले हैं.
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