UP News: बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि वह 2024 का चुनाव अकेले अपने दम पर लड़ेगी. लेकिन पार्टी भी जानती है कि यह काम इतना आसान नहीं, क्योंकि एक तरफ जहां सामना विश्व के सबसे बड़ी राजनीतिक दल बीजेपी से है. जो पहले से मजबूती से सत्ता में है तो साथ ही लड़ाई अन्य विपक्षी दलों से भी है. इसीलिए बसपा अपने संगठन को मजबूत करने के साथ ही अन्य मोर्चों पर भी तैयारी में जुटी है.


पार्टी यह भी जानती है कि अगर युवाओं को साथ जोड़ने के साथ ही सोशल मीडिया और इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाए तो इस सियासी जंग में बड़ी राहत मिल सकती है. इसीलिए पार्टी अब डिजिटल क्रांति के इस युग में खुद को डिजिटली मजबूत करने की रणनीति बना रही है. पार्टी सूत्रों की मानें तो बसपा अपनी भारी-भरकम और मजबूत आईटी टीमें तैयार करने की रणनीति पर मंथन कर रही है.


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हर स्तर पर होगी अलग टीम
खास बात यह कि केंद्रीय स्तर की आईटी टीम अलग होगी और राज्य स्तर पर अलग-अलग ऐसी टीमें तैयार की जाएंगी. वैसे तो पार्टी इस तैयारी को 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर करना चाहती है. लेकिन उसका यह भी मानना है की अगर यह काम निकाय चुनाव से पहले कर लिया जाए तो इस चुनाव में भी फायदा मिल जाएगा. सूत्रों की मानें तो इस टाइम की मुख्य जिम्मेदारी बसपा अध्यक्ष मायावती के भतीजे आकाश आनंद के कंधों पर होगी. 26 मार्च को आकाश आनंद की शादी है, इसके बाद पार्टी की तरफ से आईटी टीमें गठित करने के काम पर तेजी दिखेगी.


पार्टी सूत्रों का कहना है कि आज सभी तरह की जानकारियां अगर ऑनलाइन हो तो काम करना आसान है. आईटी टीम गठित होने के बाद जो भी पार्टी के कार्यक्रम या अभियान होंगे, उनसे जुड़ा डाटा जैसे जो भी बैठके की गई, उनमें जो लोग शामिल हुए, इस तरह की सभी जानकारी ऑनलाइन अपलोड कर दी जाएगी. इसे पार्टी का शीर्ष नेतृत्व एक क्लिक पर देख सकेगा. इससे यह भी पता चल जाएगा कि कौन कितनी सक्रियता से काम कर रहा है, कहां पर पार्टी के कार्यक्रम और अभियान तेजी से चलाए गए और कहां पर रफ्तार धीमी रही.