Lok Sabha Election 2024 Dates: लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान पर मायावती ने उठाए सवाल, बसपा सुप्रीमो ने जताई ये चिंता
Mayawati on Lok Sabha Election 2024 Dates: बसपा चीफ मायावती ने कहा कि कम चरणों में चुनाव होने से चुनावी माहौल को लगातार तनावपूर्ण, जातिवादी व साम्प्रदायिक बनने सहित अन्य समस्याएं भी दूरी होतीं.
UP Lok Sabha Election 2024 Schedule: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शनिवार को लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि अगर चुनाव तीन या चार चरणों में होते तो ज्यादा बेहतर होता. बसपा प्रमुख मायावती ने 'एक्स' पर कहा, ''हमारी पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों की घोषणा का स्वागत करती है लेकिन अगर यह चुनाव कम समय में करीब तीन या चार चरणों में होता तो यह ज्यादा बेहतर होता. इससे समय व संसाधन दोनों की बचत के साथ-साथ चुनावी खर्च कम करना संभव होता.''
उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं कम चरणों में चुनाव होने से चुनावी माहौल को लगातार तनावपूर्ण, जातिवादी व साम्प्रदायिक बनने सहित अन्य समस्याएं भी दूरी होतीं. बसपा प्रमुख ने कहा कि करीब ढाई महीने तक चुनावी प्रक्रिया जारी रहने से चुनाव में खर्च बढ़ेगा और चुनाव लंबे समय तक खींचेगा, जिसकी वजह से गरीबों, उपेक्षितों व कमजोर तबकों के तन, मन, धन से चलने वाली पार्टी बसपा को, धनवान पार्टियों से सही व ईमानदार तरीके से मुकाबला करना लगातार और भी मुश्किल हो जाएगा.
16-03-2024-BSP PRESS NOTE-LOK SABHA POLL pic.twitter.com/q67C4OJFZp
— Mayawati (@Mayawati) March 16, 2024
मायावती ने जोर देकर कहा, ''इसके साथ ही देश में लोकतंत्र की जमीनी मजबूती के लिए चुनाव का पहली नजर में स्वतंत्र व निष्पक्ष होना बहुत जरूरी है, जिसकी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाने के लिए निर्वाचन आयोग (ईसी) से बहुत सारी उम्मीदें हैं.'' मायावती ने निर्वाचन आयोग से आदर्श आचार संहिता का पूरी सख्ती से अनुपालन कराने का अनुरोध किया.
उन्होंने कहा, ''ईसी को स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग को पूरी सख्ती के साथ रोकने और विभिन्न राजनीतिक पार्टियों को समान चुनावी अवसर प्रदान कराने के लिए आदर्श चुनाव आचार संहिता का भी सही व सख्ती से अनुपालन कराना बहुत जरूरी है.'' उन्होंने कहा, ''दबंग व सामंती तत्वों द्वारा लोगों को वोट डालने और अन्य तरीके से स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव में बाधा डालने की शिकायतें भी आम हैं, जिसको लेकर भी आयोग को प्रभावी कदम उठाना बहुत जरूरी है.'' मायावती ने आयोग से जनता की अन्य शिकायतों और उसके समाधान पर समुचित ध्यान देने की अपील की.