Mayawati News: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में बीजेपी विधायक द्वारा बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती पर की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उनसे माफी की मांग की. बसपा सुप्रीमो ने भी अखिलेश को इसके लिए धन्यवाद दिया. जिसके बाद ये सवाल उठने लगे कि क्या मायावती और सपा अध्यक्ष एक बार फिर से साथ आते दिख रहे हैं. क्या आने वाले समय में मायावती भी इंडिया गठबंधन का हिस्सा बन सकती है?


इन तमाम सवालों का जवाब अब खुद बसपा सुप्रीमो मायावती ने ही दे दिया है. मायावती ने साफ कर दिया है कि वो इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं होंगी. उन्होंने सपा-कांग्रेस को आरक्षण विरोधी बताते हुए उन पर निशाना साधा है. बसपा सुप्रीमो ने कहा कि एससी एसटी व ओबीसी वर्गों को अब अपने दम पर खुद खड़ा होना होगा. यही नहीं मायावती ने प्रयागराज में कांग्रेस के संविधान सम्मान समारोह पर भी सवाल उठाए और राहुल गांधी पर निशाना साधा. 


मायावती ने दिया जवाब
बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर बीजेपी, सपा और कांग्रेस तीनों दलों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज जातीय जनगणना की बात कर रही है लेकिन जब केंद्र में उनकी सरकार थी तो उन्होंने ये क्यों नहीं किया. वहीं उन्होंने एससी एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर राहुल गांधी की चुप्पी पर सवाल किया. 



उन्होंने कहा कि क्या सपा-कांग्रेस जैसी आरक्षण विरोधी दलों के साथ बसपा को किसी भी चुनाव में गठबंधन करना चाहिए. क्या ये एससी एसटी और ओबीसी वर्गों के हितों में होगा. इसलिए अब इन वर्गों को अपने दम पर खड़े होना होगा. 


दरअसल मथुरा की मांट से बीजेपी विधायक राजेश चौधरी ने एक टीवी कार्यक्रम के दौरान मायावती पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें सबसे भ्रष्ट सीएम बताया था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मायावती को पहली बार सीएम बनाना बीजेपी की बड़ी गलती थी. जिस पर सपा अध्यक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी और इसे मायावती का अपमान बताते हुए माफी की मांग कर दी. मायावती ने भी अखिलेश यादव के समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद दिया. जिसके बाद इस तरह की चर्चाएं तेज हो गईं थी कि क्या बसपा आगामी चुनाव में इंडिया गठबंधन का हिस्सा बन सकती है.


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