मायावती की केंद्र से अपील- गणतंत्र दिवस पर न शुरू हो नई परंपरा, वापस हो कृषि कानून
मायावती ने कहा, कृषि कानूनों को जरूर वापस ले लेना चाहिए, ताकि गणतंत्र दिवस पर किसी नई परम्परा की शुरूआत न हो और न ही दिल्ली पुलिस के संदेह के मुताबिक कोई गलत व अनहोनी हो सके.
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने केंद्र सरकार से तीनों नए कृषि कानून वापस लेने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर किसी नई परम्परा की शुरूआत न हो.
मायावाती ने सोमवार को ट्विटर के माध्यम से लिखा, ''बसपा का केन्द्र सरकार से पुन: अनुरोध है कि आन्दोलित किसानों की मांगों में से खासकर तीन कृषि कानूनों को जरूर वापस ले लेना चाहिए, ताकि कल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर किसी नई परम्परा की शुरूआत न हो और न ही दिल्ली पुलिस के संदेह के मुताबिक कोई गलत व अनहोनी हो सके.''
बी.एस.पी. का केन्द्र सरकार से पुनः अनुरोध है कि इनको आन्दोलित किसानों की माँगों में से खासकर तीन कृषि कानूनों को जरूर वापस ले लेना चाहिए, ताकि कल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर किसी नई परम्परा की शुरूआत न हो तथा न ही दिल्ली पुलिस के संदेह के मुताबिक कोई गलत व अनहोनी हो सके।
— Mayawati (@Mayawati) January 25, 2021
इससे पहले उन्होंने लिखा था कि काफी समय से दिल्ली की सीमाओं पर आन्दोलन कर रहे किसानों व केन्द्र सरकार के बीच वार्ता एक बार फिर से नाकाम रही, जो अति-चिन्ता की बात है. केन्द्र से पुन: अनुरोध है कि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की किसानों की मांग को स्वीकार करके इस समस्या का शीघ्र समाधान करे.
बता दें कि कि कृषि सुधार कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को लंबी जद्दोजहद के बाद आखिर पुलिस ने कुछ शर्तों के साथ राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड निकालने की इजाजत दे दी. 26 जनवरी को राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड खत्म होने के बाद किसान दिल्ली के तय रूटों पर ही ट्रैक्टर परेड निकाल सकेंगे. सिर्फ सिंघु, टीकरी व गाजीपुर बार्डर पर परेड निकालने की इजाजत दी गई है.
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