ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा को मायावती ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण, बोलीं- कृषि कानून वापस ले केंद्र सरकार
बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में जो कुछ हुआ वो नहीं होना चाहिए था. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की भी मांग की.
लखनऊ. दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को बसपा सुप्रीमो मायावती ने दु्र्भाग्यपूर्ण बताया है. मायावती ने बुधवार को कहा कि ट्रैक्टर परेड में जो कुछ हुआ वो नहीं होना चाहिए था. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की भी मांग की.
मायावती ने बुधवार सुबह ट्वीट कर कहा, "देश की राजधानी दिल्ली में कल गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की हुई ट्रैक्टर रैली के दौरान जो कुछ भी हुआ, वह कतई भी नहीं होना चाहिए था. यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण तथा केन्द्र की सरकार को भी इसे अति-गंभीरता से ज़रूर लेना चाहिए."
मायावती ने इसके बाद अगले ट्वीट में कहा, "बसपा की केन्द्र सरकार से पुनः यह अपील है कि वह तीनों कृषि कानूनों को अविलम्ब वापिस लेकर किसानों के लम्बे अरसे से चल रहे आन्दोलन को खत्म करे ताकि आगे फिर से ऐसी कोई अनहोनी घटना कहीं भी न हो सके."
2. साथ ही, बी.एस.पी. की केन्द्र सरकार से पुनः यह अपील है कि वह तीनों कृषि कानूनों को अविलम्ब वापिस लेकर किसानों के लम्बे अरसे से चल रहे आन्दोलन को खत्म करे ताकि आगे फिर से ऐसी कोई अनहोनी घटना कहीं भी न हो सके। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) January 27, 2021
बतादें कि केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों ने गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली की इजाजत मांगी थी. किसानों को तय रूट पर रैली की इजाजत दी गई, लेकिन किसानों ने दिल्ली में घुसकर जमकर उत्पात मचाया. किसानों ने आईटीओ, नांगलोई, अक्षरधाम के पास हंगामा शुरू कर दिया. इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच झड़प हुई जिसमें 86 पुलिसकर्मी घायल हुए. इसके अलावा एक प्रदर्शनकारी की मौत भी हुई है. हिंसा को लेकर सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
दिल्ली में सीआरपीएफ की 15 कंपनियां तैनात वहीं, दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद सीआरपीएफ की 15 कंपनियां तैनात की गई है. फिलहाल स्थिति काबू में है. सुरक्षा बलों ने देर रात प्रदर्शनकारियों से लाल किला खाली करा लिया है.
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