मायावती बोलीं- करोड़ों लोगों की रोजी-रोटी को ध्यान में रखकर फैसला लें सरकार
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि देश में घातक कोरोना वायरस से निपटने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों को पूरे तालमेल से काम करने की जरूरत है।
लखनऊ, एबीपी गंगा। कोरोना वायरस के चलते लगाया गया लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल को समाप्त हो रही है। लॉकडाउन के चलते देश के लाखों-करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। ज्यादातर इसकी वजह से दिहाड़ी मजदरों की रोजी-रोटी पर संकट आ गया है। इसी बीच, बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि देश में घातक कोरोना वायरस से निपटने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों को पूरे तालमेल से काम करने की जरूरत है।
मायावती ने बुधवार को एक ट्वीट कर कहा कि देश में कोरोना वायरस के बढ़ते घातक मामले में केन्द्र व राज्य सरकारों को पूरे तालमेल से काम करने के साथ ही देश की 130 करोड़ जनता की रोजी-रोटी व उनके व्यापक हित को ध्यान में रखकर ही अगला फैसला लेने की जरूरत है। बीएसपी, सरकार के ऐसे सर्वजन हिताय के फैसलों का जरूर स्वागत करेगी।
देश में कोरोना के बढ़ते घातक प्रकोप मामले में केन्द्र व राज्य सरकारों को पूरे तालमेल से काम करने के साथ ही देश की 130 करोड़ जनता की रोजी-रोटी व उनके व्यापक हित को ध्यान में रखकर ही अगला फैसला लेने की जरूरत है। बीएसपी, सरकार के ऐसे सर्वजन हिताय के फैसलों का जरूर स्वागत करेगी।
— Mayawati (@Mayawati) April 8, 2020
बतादें कि इससे पहले बीते शुक्रवार को मायावती ने पार्टी विधायकों से एक-एक करोड़ रुपये दान करने को कहा था। मायावती ने ट्वीट कर कहा था कि देशभर में कोरोना वायरस की महामारी के प्रकोप के मद्देनजर खासकर यूपी के बीएसपी विधायकों से भी अपील है कि वे भी पार्टी के सभी सांसदों की तरह अपनी विधायक निधि से कम से कम 1-1 करोड़ रु अति जरूरतमन्दों की मदद हेतु जरूर दें। बीएसपी के अन्य लोग भी अपने पड़ोसियों का जरूर मानवीय ध्यान रखें।