Mayawati On UPPSC Candidate Protest: उत्तर प्रदेश में यूपीपीएससी के अभ्यार्थियों के विरोध प्रदर्शन को लेकर सियासत में बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती की भी एंट्री हो गई है. बसपा सुप्रीमो ने छात्रों की मांगों का समर्थन किया और कहा कि पेपर लीक पर रोक और परीक्षाओं की विश्वसनीयता एक अहम मुद्दा है. सरकार को एक बार में ही परीक्षा व्यवस्था करनी चाहिए. 


बसपा सुप्रीमो ने एक्स पर लिखा- उत्तर प्रदेश संघ लोक सेवा आयोग द्वारा पीसीएस तथा आरओ-एआरओ की भी प्रारंभिक परीक्षा-2024 एक समय में कराने में विफलता को लेकर आक्रोशत छात्रों पर पुलिस कार्रवाई से उत्पन्न स्थिति की खबर का व्यापक चर्चा में रहना स्वाभाविक


अभ्यार्थियों के विरोध पर बोलीं मायावती


क्या यूपी के पास एक समय में परीक्षा कराने की बुनियादी सुविधाओं का इतना अभाव है कि पीसीएस आदि जैसी विशिष्ट परीक्षा दो दिन में करानी पड़ रही है. पेपर लीक पर रोक व परीक्षाओं की विश्वसनीयता अहम मुद्दा, जिसके लिए एक बार में ही परीक्षा व्यवस्था जरूरी. सरकार इस ओर ध्यान दे.



साथ ही, गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई आदि की जबरदस्त मार झेल रहे छात्रों के प्रति सरकार का रवैया क्रूर नहीं बल्कि सहयोग एवं सहानुभूति का होना चाहिए. इसको लेकर सरकार खाली पड़े सभी बैकलाग पर जितनी जल्दी भर्ती की प्रक्रिया पूरी करे उतना बेहतर. लोगों को रोज़ी-रोजगार की सख्त जरूरत है. 


छात्रों ने एक दिन में परीक्षा कराने की मांग
बता दें कि यूपीपीएससी के अभ्यार्थी पीसीएस प्री 2024 और आरओ/ एआरओ प्रारंभिक परीक्षा 2023 में नॉर्मलाइजेशन के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, सोमवार को परीक्षार्थियों की पुलिस के साथ झड़प भी हो गई, जिसके बाद स्थिति को संभालने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि पीसीएस प्री 2024 और आरओ और एआरओ प्री 2023 की परीक्षाएं एक दिन में एक शिफ्ट में ही कराई जाए. 


अभ्यार्थियों का कहना है कि दो पाली में परीक्षा होने से गड़बड़ी होने की आशंका हैं. जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी तब तक वो विरोध करते रहेंगे. यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी यूपी पीसीएस परीक्षा में एक से अधिक दिन की परीक्षा, निजी संस्थानों को केंद्र न बनाने और मानकीकरण प्रक्रिया को लेकर छात्रों की चिंताओं को गंभीर बताया और इसका जल्द समाधान निकालने को कहा है. 


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