Rampur उपचुनाव में BSP ने लिया चुनाव ना लड़ने का फैसला, ये है वजह?
यूपी की दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. बसपा ने आजमगढ़ (Azamgarh) सीट पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है. जबकि पार्टी ने रामपुर (Rampur) से कोई प्रत्याशी नहीं खड़ा करने का एलान किया है.
Rampur By-poll: उत्तर प्रदेश में दो लोकसभा (Lok Sabha) सीटों पर उपचुनाव की घोषणा हो चुकी है. राज्य में आजमगढ़ (Azamgarh) और रामपुर (Rampur), दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. सत्ताधारी बीजेपी (BJP) ने अभी इस चुनाव को लेकर कोई प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है. जबकि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का मुख्य विपक्षी दल के नाते दोनों सीटों पर चुनाव लड़ना तय है. वहीं एक अन्य विपक्षी दल बसपा ने रामपुर सीट पर प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला किया है.
क्यों खाली हुई ये सीट
यूपी में दो सपा सांसदों के इस्तीफे से खाली हुई सीटों पर उपचुनाव होगा. आजमगढ़ से अखिलेश यादव और रामपुर से आजम खान ने सांसद पद से इस्तीफा दिया है. दोनों अब विधायक हो चुके हैं. हालांकि इसमें सबसे खास बात ये है कि आजमगढ़ में बसपा ने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है. लेकिन पार्टी ने रामपुर से कोई उम्मीदवार नहीं उतारने की बात कही है. ऐसे में ये आजम खान को लेकर बसपा का नरम रूख माना जा रहा है.
पहले भी किया था ट्वीट
आजम खान को लेकर बसपा का ये रूख कोई पहली बार देखने को नहीं मिला है. इससे पहले भी जब आजम खान जेल में थे तो बसपा प्रमुख मायावती ने उनको लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा था. तब उन्होंने ट्वीट में लिखा था, "यूपी और अन्य बीजेपी शासित राज्यों में भी, कांग्रेस की ही तरह, टारगेट करके गरीबों, दलितों, अदिवासियों और मुस्लिमों को जुल्म-ज्यादती की जा रही है.यूपी सरकार द्वारा अपने विरोधियों पर लगातार द्वेषपूर्ण और वरिष्ठ विधायक आजम खान को करीब सवा दो वर्षों से जेल में बंद रखने का मामला काफी चर्चाओं में है. लोगों की नजर में न्याय का गला घोंटना नहीं तो और क्या है?"
विधानसभा चुनावों में सपा की बुरी हार के बाद कई बड़े मुस्लिम नेताओं द्वारा पार्टी के खिलाफ बयान भी सामने आया था. जिसके बाद से कहा जा रहा है कि कई बड़े मुस्लिम नेता अखिलेश यादव से नाराज चल रहे हैं. वहीं दूसरी ओर बसपा आजम खान के प्रति नरम रूख से इन मुस्लिम नेताओं को अपने पक्ष में लाने का प्रयास कर रही है.
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