Imran Masood Reaction BJP: बीजेपी के राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत बाजपेयी के बयान कि आगामी लोकसभा चुनाव में मुसलमान कांग्रेस साथ जाएगा पर बसपा के पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड संयोजक इमरान मसूद ने तंज किया कि पता नहीं बाजपेई ने यह किस परिप्रेक्ष्य में कहा. आजकल बीजेपी के नेता जिस तरह से बयान देते हैं कि सारे चुनाव वह पहले से तय करके रखते हैं. जैसे पहले बयान दिया कि सहारनपुर 8000 वोट से बीजेपी जीत जाएगी और बीजेपी 8000 से ही जीत गई. अब सारा मुसलमान वोट कांग्रेस में चला जाएगा बोल दिया. मुझे लगता है बीजेपी के लोग  ईवीएम के बहुत ज्यादा ज्ञाता है और ईवीएम की सारी चीजें पहले ही ज्ञात कर लेते हैं इसलिए ऐसे बयान देते हैं.


इमरान मसूद ने कहा की समाजवादी पार्टी मुसलमानों के लिए मुफीद नहीं है. वह ना मुसलमान का भला कर सकती है और न वहां रहकर मुसलमान चुनाव जीत सकता. उत्तर प्रदेश में केवल बसपा विकल्प है मुसलमान के लिए. अगर ईमानदारी के साथ बीजेपी के साथ वैचारिक जंग को जीतना है तो कोई विकल्प नहीं है बसपा के अलावा, सहारनपुर इसका उदाहरण है. सहारनपुर में जिस तरह से इकट्ठा होकर दलित और मुसलमानों ने चलने का काम किया, बीजेपी जबरदस्ती चुनाव जीत गई. लेकिन बीजेपी के लोग अंदर से जानते हैं कि उन्होंने चुनाव जीता नहीं बल्कि जबरदस्ती छीना है.


बीजेपी के पास हिंदू-मुसलमान के अलावा कुछ नहीं 


मुरादाबाद हिंसा की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखे जाने को लेकर इमरान मसूद ने कहा की मलियाना की रिपोर्ट क्यों नहीं रखी जा रही, वह तो बहन जी ने रखी थी. 1980-83 की दंगे की रिपोर्ट अब रखने का काम कर रहे. उस समय जो लोग जिम्मेदार थे उनमें से अब कोई भी नहीं है. यह लोग गड़े मुर्दों को उखाड़ रहे. बीजेपी के पास इसके अलावा कुछ नहीं. उनके पास हिंदू-मुसलमान के अलावा कुछ नहीं है. ना रोटी पर बात करेंगे ना रोजगार पर ना लोगों की बुनियादी सहूलियत पर बात करेंगे. सिर्फ हिंदू मुसलमान करके उन्होंने कर्नाटक में मुंह की खा ली है. देश अब तरक्की रोजगार पर बात करना चाहता है. रोटी, कपड़ा, मकान बुनियादी जरूरत है उस पर बात करना चाहता है. अगर इधर उधर की बात करेंगे तो कर्नाटक जैसा ही हाल होना है.


2024 के चुनाव के लिए मजबूती से लड़ना 


बसपा अध्यक्ष मायावती की बैठक पर इमरान मसूद ने बताया कि बहनजी ने स्पष्ट कहा है कि सब लोग मिलकर, अगर पार्टी में भी साथियों में कोई मनमुटाव है तो उसे दूर कर के बिना हतोत्साहित हुए अगली लड़ाई के लिए तैयार करो. हमें 2024 के चुनाव के लिए मजबूती के साथ लड़ना है. इसके लिए बूथ लेवल पर संगठन को मजबूत करना है. बूथ लेवल पर जिस तरह से बीजेपी के लोग गड़बड़ी करते हैं उसके लिए हमे बूथ लेवल पर संगठन को मजबूत करना है. आगे की रणनीति मजबूत बनाने के लिए मायावती के निर्देश जारी हुए और उसी पर बसपा के कार्यकर्ता काम करेंगे और बीजेपी को शिकस्त देंगे. जहां तक बात संगठन में फेरबदल की है तो यह फैसला मायावती पर है. उन्हें जहां जिसकी उपयोगिता लगती वैसे जिम्मेदारी लगाती हैं.


बसपा का आधार वोट बनना पड़ेगा


इमरान मसूद ने कहा कि बहनजी सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की बात करती हैं. लेकिन हमारा कहना है कि अगर बीजेपी को सही मायने में शिकस्त देना चाहते हैं तो बसपा का आधार वोट बनना पड़ेगा. मुसलमान को दलित की तरह बसपा की बुनियाद का पत्थर बनना पड़ेगा तभी संभव होगा बीजेपी को शिकस्त देना.


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