UP Politics: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) बीते कुछ दिनों से लगातार अलग-अलग मंडलों की बैठक कर रहे हैं. इस दौरान वे हर मंडल के सांसदों और विधायकों से मुलाकात कर रहे हैं. मुलाकात के दौरान सीएम क्षेत्र की समस्याओं का फिडबैक ले रहे हैं. इसके अलावा विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं. इसपर अब बीएसपी (BSP) के विधायक उमाशंकर सिंह (Umashankar Singh) की प्रतिक्रिया आई है. 


उमाशंकर सिंह ने कहा, "देखिए ये आवश्यक है, ये हमेशा होनी चाहिए. क्योंकि जनप्रतिनिधि भी अपने स्तर से क्षेत्र की समस्याएं लेकर आएंगे. उस समस्या का समाधान करने में सरकार की सहायता मिलेगी. इसीलिए एसेंबली भी चलाई जाती है. लेकिन अगर सरकार केवल अपने ही दल के विधायकों को बुलाकर समीक्षा कर रही है तो उनके दल के लोग अपनी ही सरकार की उपलब्धि गिनाएंगे. यही काम अगर एसेंबली चलती और फिर विपक्षी भी क्षेत्र की समस्याओं को उजाकर करता तो सरकार को समाधान करे में काफी मदद मिलती."



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बीएसपी विधायक ने दी सलाह
बीएसपी विधायक ने कहा, "अगर ये विपक्ष के लोगों से भी संवाद बनाते तो सरकार को उन समस्याओं के निदान में काफी सहायता मिलती. उसका क्रेडिट सरकार को ही मिलता. सरकार को चाहिए कि कौन हमको समस्याओं से अवगत करा रहा है. वो समस्या अगर सरकार के पास आ जाएगी तो सरकार उसका निदान करेगी. लेकिन आप देख रहे हैं कि हमारे यहां एक-एक दिन की एसेंबली चल रही है."


उन्होंने कहा, "लेकिन अगर मुख्यमंत्री ने अगर जनप्रतिनिधियों से संवाद किया है और उसमें केवल बीजेपी के ही सांसद और विधायक हैं तो उसमें विपक्ष का कोई नहीं है. इसी तरह से विपक्ष के साथ भी संवाद बना कर रखना चाहिए, क्यों कि हमलोग भी चुनकर आते हैं और करना दोनों लोगों को प्रदेश का विकास ही है. अगर हम अपने रसड़ा विधानसभा क्षेत्र के विकास की बात करेंगे तो ये भी यूपी का एक हिस्सा ही है. सरकार विकास करके उस उपलब्धि को गिना सकती है."