UP Lok Sabha Election 2024: BSP सांसद और इस नेता की घर वापसी के बाद टिकट मिलना तय? गठबंधन के बाद साफ हुई तस्वीर
Lok Sabha Election: पश्चिमी यूपी में कांग्रेस को 6 सीटें मिली हैं. इसमें से दो सीटों पर बसपा के दो पूर्व नेताओं को सपा-कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी बना सकती है.
SP-Congress Alliance: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन के बाद अब दो नेताओं को टिकट मिलना पक्का माना जा रहा है. दोनों नेता पहले बहुजन समाज पार्टी में थे. बता दें बुधवार को सपा और कांग्रेस ने 17 और 63 सीटों पर इलेक्शन लड़ने का फैसला किया है. यूपी में कांग्रेस को जो 17 सीटें मिली हैं उसमें से 6 सीटें पश्चिमी यूपी की हैं. इसमें एक सीट अमरोहा की भी है. अमरोहा से फिलहाल दानिश अली सांसद हैं. हालांकि बसपा ने उन्हें दिसंबर में ही निष्कासित कर दिया था.
जब संसद के विशेष सत्र के दौरान भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश बिधूड़ी ने उन्हें अपशब्द कहा था उसके बाद कांग्रेस से उनकी नजदीकियां सामने आईं थीं. राहुल गांधी भी उनसे मिलने गए थे और सदन में राहुल समेत पूरी कांग्रेस ने उनका समर्थन किया था. ऐसे में माना जा रहा है कि दानिश अली जल्द ही कांग्रेस में शामिल होंगे और उन्हें पार्टी उम्मीदवार बनाएगी.
इमरान मसूद को भी मिलेगा टिकट?
दूसरा नाम है इमरान मसूद है. साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी का दाम थामने वाले इमरान मसूद ने बीते साल ही कांग्रेस में वापसी की थी. माना जा रहा है कि कांग्रेस सहारनपुर से इमरान को प्रत्याशी घोषित कर सकती है. कांग्रेस में आने से पहले इमरान बसपा में थे.
साल 2006 में इमरान मसूद सहारनपुर नगर पालिका के चेयरमैन का चुनाव जीते. साल 2007 विधानसभा चुनाव में उन्होंने सपा से टिकट मांगा, लेकिन जब सपा ने उन्हें टिकट देने से मना किया, तो वो मुजफ्फराबाद विधानसभा से निर्दलीय लड़े और जीते. फिर साल 2007 से लेकर 2012 तक वो विधायक रहे.
इसके बाद उन्होंने साल 2012 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस का दामन थामा. कांग्रेस ने उन्हें नकुड़ विधानसभा से टिकट भी दिया, मगर उन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. फिर उन्होंने साल 2014 में पाला बदला और वह सपा में शामिल हो गए. सपा ने उन्हें साल 2014 में सहारनपुर से लोकसभा टिकट भी दिया, मगर वह यहां भी चुनाव हार गए. साल 2017 में एक बार फिर से उन्होंने कांग्रेस में लौटने का फैसला किया. वह इस पार्टी में पांच साल तक रहे, मगर साल 2022 में वह फिर से सपा में शामिल हो गए.
फिर सपा से भी उन्हें निराशा हाथ लगी और वह बसपा में चले गए. इसके बाद बीते साल अक्टूबर में वह कांग्रेस लौट आए.