Azam Khan Case: समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम और पत्नी तंजीन फातिमा को दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले में दोषी पाया गया था. जिसके बाद रामपुर की कोर्ट ने तीनों को सात-सात साल की सजा सुनाई थी. कोर्ट के आदेश के बाद तीनों को रामपुर जेल भेजा गया. वहीं रविवार को अचानक आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को अलग-अलग जेलों में शिफ्ट कर दिया गया. फिलहाल अब इसे लेकर प्रदेश की राजनीति काफी गर्म हो गई है.
एक ओर जहां समाजवादी पार्टी के नेता इसे आजम खान से साथ अन्याय बता रहे हैं. वहीं रामपुर जेल से शिफ्ट करते समय आजम खान का एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह यह कहते नजर आए कि 'हमारा एनकाउंटर हो सकता है, कुछ भी हो सकता है.' ऐसे में अब बसपा सांसद दानिश अली ने इसे लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस को निशाने पर लेते हुए राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है.
यूपी पुलिस को बताया लापरवाह
बसपा सांसद दानिश अली ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि 'आज़म ख़ान साहब का डर बेवजह नहीं है. उत्तर प्रदेश में पूर्व सांसद अतीक़ अहमद और उनके भाई पूर्व विधायक अशरफ़ की पुलिस कस्टडी में हत्या दुनिया देख चुकी है. यूपी पुलिस से घोर लापरवाही और गलतियां हो चुकी हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार पर सपा नेता की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी और बढ़ जाती है.'
सीतापुर जेल शिफ्ट हुए आजम खान
बता दें कि सपा नेता आजम खान को एक बार फिर से 17 महीने बाद सीतापुर की जेल में ले जाया गया है. वह यहां पर 27 महीनों तक बंद रह चुके हैं. वहीं उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को हरदोई की जिला कारागार में शिफ्ट किया गया है. फिलहाल हरदोई में हाई सिक्योरिटी बैरक नहीं होने के कारण अब्दुल्ला आजम को आम बंदियों के साथ सामान्य बैरक में ही रहना पड़ेगा.
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