Gyanvapi Case News: उत्तर प्रदेश के अमरोहा से बहुजन समाज पार्टी के सांसद कुंवर दानिश अली ने ज्ञानवापी मस्जिद पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर पलटवार किया है. बसपा सांसद ने सीएम योगी के बयान को बेहूदा बयान बताया और कहा कि एक संवैधानिक पद पर बैठे हुए व्यक्ति को इस तरह के बयान नहीं देना चाहिए. बसपा सांसद ने कहा कि वह किसी एक फिरके के मुख्यमंत्री नहीं हैं उन्हें इसका अहसास होना चाहिए कि वह कह क्या रहे हैं. उन्हें अपनी जिम्मेदारी का अहसास होने चाहिए कि आप किस पद पर बैठे हुए हो. वह उत्तर प्रदेश के 20 करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं.


बसपा सांसद ने कहा कि जो मामला कोर्ट में है आप मुख्यमंत्री रहते हुए उस पर दबाव बनाना चाहते हैं. यह क्या हो रहा है इस प्रदेश और देश में क्या ऐसे देश चलता है या प्रदेश चलता है. बाबा साहब अंबेडकर ने जो हमें संविधान दिया है उससे देश चलता है प्रदेश चलता है. यह बेहूदा बयान है, कोर्ट के अंदर मामला विचाराधीन है और मुझे उम्मीद है कि इस पर माननीय सुप्रीम कोर्ट स्वत संज्ञान लेगा.



किसान परेशान हैं, नौजवान बेरोजगार हैं


वहीं गृह मंत्री अमित शाह के बीजेपी को गरीबों की पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गरीबों का मसीहा बताए जाने पर बसपा सांसद ने कहा कि बीजेपी को अब लग गया है कि 2024 में वह नहीं आने वाली है. इसलिए वह ध्यान भटकाने वाले मुद्दे जनता के बीच ला रहे हैं. क्योंकि उन्होंने कुछ काम किया ही नहीं किसान परेशान हैं. नौजवान बेरोजगार हैं दिखाने के लिए कुछ है नहीं इसलिए इस तरह के मुद्दे ला रहे हैं. संसद को वह चलने नहीं दे रहे हैं मणिपुर की घटना से ध्यान हटाने के लिए क्या किसी सभ्य समाज ने कभी सोचा था. जैसी घटना मणिपुर में हुई है हमारी दो बहनों को निर्वस्त्र करके नंगा करके जुलूस निकाला गया क्या इस देश के गृहमंत्री के पास इंटेलिजेंस नहीं थी और इस देश के प्रधानमंत्री पर इंटेलिजेंस नहीं है? जब किसी ने सोशल मीडिया में डाला है तब पता चला है.


असली मुद्दे हैं उन पर चर्चा होनी चाहिए


इसके साथ ही सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या के बीजेपी के मस्जिदों में मंदिर तलाशने वाले बयान पर बसपा सांसद कुंवर दानिश अली ने कहा कि मैं किसी के बयान पर बहुत कुछ नहीं कह सकता हूं. हालांकि कौन कहां मंदिर ढूंढ रहा है और कौन कहां मॉनेस्टी ढूंढ रहा है यह बात नहीं होनी चाहिए. बल्कि जो असली मुद्दे हैं उन पर चर्चा होनी चाहिए और खास तौर से जो संवैधानिक पदों पर बैठे हुए लोग हैं उनको संयम बरतना चाहिए. बसपा सांसद अमरोहा के पतई खालसा गांव में 29 जुलाई को मोहर्रम जुलूस में हुई दुर्घटना के मृतकों और घायलों के परिजनों से मिलने पहुंचे थे. जहां उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की और उनका हाल जाना साथ ही उन्हें हायर सेंटर दिल्ली में अच्छा इलाज कराए जाने की सुविधा उपलब्ध कराने का भरोसा दिया.


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