UP News: आजमगढ़ लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो रही है. चुनाव जीतने के लिए नेता सुरक्षित राजनीतिक जमीन तलाश में लग गए हैं. चुनाव जीतने के लिए नेट राजनीतिक हवाओं को भागते हुए दल बदल करने में भी परहेज नहीं कर रहे हैं. लालगंज से बसपा की संसद संगीता आजाद की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात का एक फोटो सोशल मीडिया पर शेयर होने के बाद राजनीतिक हलचल है.
अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या संगीता आजाद के पति और पूर्व विधायक आजाद अली मर्दन बीजेपी में जाने वाले हैं. अगर ऐसा हुआ तो आजमगढ़ में बसपा को एक बड़ा झटका लग सकता है. आजमगढ़ जिले के लालगंज लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद संगीता आजाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की है. जिसको लेकर राजनीति चर्चा तेज हो गई हैं. संगीता आजाद ने अपने पति लालगंज से बीएसपी के पूर्व विधायक अरिमर्दन आजाद के साथ प्रधानमंत्री से मुलाकात की है.
चुनाव में मिली थी हार
बताया जा रहा है कि लोकसभा 2022 के चुनाव में बसपा से विधायक रहे अरिमर्दन आजाद को करारी हार मिली थी. जबकि समाजवादी पार्टी से चुनाव मैदान में रहे बचाई सरोज ने जीत दर्ज की थी. तभी से बसपा के पूर्व विधायक अरिमर्दन आजाद ने बीएसपी दूरी बना ली थी. अब यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि बसपा के प्रति अरीमर्दन आजाद का मोह भंग हो गया है. पिछले कुछ महीनों से यह कयास लगाया जा रहा था कि बसपा से सांसद संगीता आजाद बीजेपी ज्वाइन कर सकती हैं.
अब इससे पर्दा उठता नजर आ रहा है, हालांकि यह पूरी तरह से साफ नहीं हो सका है कि बीजेपी ज्वाइन करेंगे या नहीं. लेकिन प्रधानमंत्री के साथ उनकी फोटो वायरल होने के बाद इस बात को लेकर राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई हैं कि संगीता आजाद और उनके पति अजाद अरीमर्दन बीजेपी में जा सकते हैं. आजाद अरी मर्दन का बसपा से बहुत पुराना रिश्ता है. आजाद अली मर्दन के पिता और सांसद संगीता आजाद के ससुर गांधी आजाद बसपा के संस्थापक सदस्य रहे.
गांधी आजाद ने कांशीराम के साथ मिलकर बसपा की स्थापना की और गांधी आजाद राज्यसभा के सांसद भी रहे हैं. लेकिन बसपा की विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद से ही कई नेताओं ने बसपा का दामन छोड़ दिया था. वहीं अब बसपा के संस्थापक सदस्य रहे गांधी आजाद के पुत्र अरिमर्दन आजाद और उनकी पत्नी लोकसभा लालगंज से सांसद संगीता आजाद ने भी बसपा का दमन छोड़ने का संकेत दे दिया है. अगर संगीता आजाद बीजेपी को ज्वाइन करती हैं तो लालगंज संसदीय सीट से टिकट की दावेदारी भी कर सकती हैं.