लखनऊ, शैलेश अरोड़ा। बसपा 2022 की नैया सेक्टर स्तर पर तैयारी करके पार लगाएगी। उपचुनाव में मिली हार और 2022 की तैयारी के मद्देनजर बसपा सुप्रीमो मायावती ने अहम बैठक की। बैठक में उन्होंने नया प्रयोग करते हुए मण्डल, ज़ोनल से अलग 2022 का चुनाव जीतने के लिये सेक्टर व्यवस्था लागू कर दी है। साथ ही सभी पदाधिकारियों को फील्ड में जाकर सभी जाति धर्म के लोगों को जोड़ने के निर्देश दिए हैं।


बसपा ने सभी 18 मंडलों को चार सेक्टर में बांटा है। इनमे से दो सेक्टर में 5-5 और 2 सेक्टर में 4-4 मंडल शामिल हैं। प्रत्येक सेक्टर में 2-2 टीम कम करेंगी। इनमे 3 से 4 जिम्मेदार पदाधिकारियों को शामिल किया जायेगा। बैठक में संगठन के पुनर्गठन पर भी बात हुई। बैठक में पार्टी के सांसद, विधायक, पदाधिकारी मौजूद रहे।


पहला सेक्टर: लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर, मेरठ


दूसरा सेक्टर: आगरा, अलीगढ़, कानपूर, चित्रकूट, झांसी


तीसरा सेक्टर: इलाहबाद, मिर्जापुर, फैज़ाबाद, देवीपाटन


चौथा सेक्टर: वाराणसी, आजमगढ़, गोरखपुर, बस्ती


बसपा सुप्रीमो ने सेक्टर स्तर संगठन को मजबूत करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि पदाधिकारी और कार्यकर्त्ता सभी जाति, धर्म को लोगों के बीच जाकर उनको जोडें। 2022 की तैयारी के लिए संगठन स्तर पर बड़े बदलाव होने पर भी बात हुई। मायावती ने कहा कि पार्टी पहले से मजबूत है लेकिन और मजबूत किया जायेगा। बसपा सुप्रीमो खुद सभी की मॉनिटरिंग करेंगी। बैठक में उप चुनाव के नतीजों पर भी बात हुई।


सूत्रों की माने तो मायावती ने अम्बेडकरनगर की जलालपुर सीट बसपा के हाथ से निकलने पर सीट छोड़कर सांसद बने रितेश पाण्डेय और बसपा विधानमंडल दल के नेता लालजी वर्मा को भी खरी खोटी सुनाई। इस सीट से लालजी वर्मा की बेटी छाया वर्मा उप चुनाव में प्रत्याशी थी जिन्हें सपा प्रत्याशी से हार का सामना करना पड़ा।