Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग खत्म हो चुकी है. राज्य में अब चौथे चरण के अंतर्गत 13 अप्रैल को वोटिंग होगी. हालांकि तीसरे चरण की वोटिंग से पहले बीएसपी चीफ मायावती के कुछ फैसले काफी चर्चा में रहे हैं. राज्य में सबसे ज्यादा चर्चा बीएसपी के 14 उम्मीदवारों को बदले की हो रही है. जौनपुरी समेत कई सीटों पर बीते कुछ दिनों के अंदर बीएसपी ने अपने उम्मीदवार बदल दिए हैं. 


दरअसल, कई सीटों पर उम्मीदवार बदलने के बाद यूपी में अब बीएसपी के प्रत्याशियों की वजह से सीधे इंडिया गठबंधन को नुकसान होते नजर आ रहा है. धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला की जगह अब जौनपुर से सांसद श्याम सिंह यादव को उम्मीदवार बनाया गया है. श्रीकला की वजह से पहले बीजेपी के राजपूत वोट में सेंध लग रही थी लेकिन अब सपा के यादव वोट पर बीएसपी सेंध लगा सकती है. 


सपा प्रमुख की अपील
बार-बार टिकट बदले जाने पर अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि अब स्पष्ट हो गया है कि बीएसपी पूरी तरह से बीजेपी की मदद कर रही है. मैं बहुजन समाज के लोगों से अपील करता हूं कि वो बीएसपी की इस साजिश को समझें और सपा का साथ दें. गौरतलब है कि इस बार के लोकसभा चुनाव के लिए बीएसपी ने अभी तक 23 मुस्लिम और चार यादवों को अपना प्रत्याशी बनाया है. 


जौनपुर के तरह ही बीएसपी मैनपुरी में उम्मीदवार बदलकर शिव प्रसाद यादव को टिकट दिया. अखिलेश यादव के सामने बीएसपी ने इमरान बिन जफर को उम्मीदवार बनाया है. आजमगढ़ में धमेंद्र यादव के सामने मशहूद आलम को टिकट दिया है. सलेमपुर में सपा और बीएसपी ने दोनों ने राजभर जाति से अपना उम्मीदवार बनाया है. 


वहीं बलिया सीट पर बीएसपी ने पूर्व सैनिक लल्लन सिंह यादव को उम्मीदवार बनाकर सपा के लिए चुनौती खड़ी कर दी है. यानी अभी तक देखा जाए तो बीएसपी सीधे तौर पर सपा के 'MY' समीकरण में सेंध लगाती हुई नजर आ रही है और इसकी सीधा फायदा बीजेपी को होने की संभावना है.