UP News: हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी सियासी उठापटक देखने को मिल रही है. बहुजन समाज पार्टी ने इंडियन नेशनल लोकदल से गठबंधन का फैसला लिया है. बसपा प्रमुख मायावती ने खुद इसका ऐलान किया है. जानकारी के मुताबिक हरियाणा की 90 में से 37 सीटों पर बसपा चुनाव लड़ेगी. बाकी बची हुई अन्य सीटों पर इंडियन नेशनल लोकदल चुनाव लड़ेगी. 


इस संबंध में बसपा प्रमुख मायावती ने एक्स अकाउंट पर लिखा कि "बहुजन समाज पार्टी (BSP) द्वारा हरियाणा की प्रमुख पार्टी इण्डियन नेशनल लोकदल (INL) के साथ गठबंधन का उद्देश्य भाजपा/एनडीए तथा कांग्रेस व इनके इण्डी गठबंधन को आगामी विधानसभा चुनाव में हराकर राज्य के इनसे दुखी लोगों व किसानों आदि को इन जनविरोधी पार्टियों से बचाया जा सके."


बीजेपी-कांग्रेस पर साधा निशाना
आगे उन्होंने लिखा कि "स्पष्ट है कि भाजपा व कांग्रेस तथा इन दोनों जातिवादी पार्टियों के नेतृत्व वाले इण्डी व एनडीए गठबंधनों से दूर रहकर बीएसपी एवं इनेलो ने हरियाणा में सर्वसमाज के सामाजिक समरसता व इनके बीच आपसी गठबंधन को महत्व दिया है ताकि हरियाणा आगे बेहतर तरीके से फल-फूल सके. बीएसपी-इनेलो गठबंधन को लोग तीसरे मोर्चे के रूप में स्वीकार कर रहे हैं क्योंकि भाजपा व कांग्रेस का जातिवादी, साम्प्रदायिक, आरक्षण व संविधान-विरोधी चाल-चरित्र-चेहरे को लोगों ने देख लिया है तथा अब वे चौधरी देवीलाल व मान्यवर  कांशीराम का मानवतावादी सपना साकार करना चाहते हैं."


बता दें कि हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में अभय चौटाला इनेलो के इकलौते सदस्य हैं जबकि बसपा का कोई सदस्य नहीं है. वहीं इस बसपा इनलो गठबंधन के ऐलान के बाद अभय चौटाला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे चाहेंगे कि कांग्रेस तथा बीजेपी विरोधी और दल गठबंधन का हिस्सा बनें और एक मजबूत मोर्चा बनाएं.


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