हाथरस सामूहिक दुष्कर्म मामले में मायावती ने यूपी सरकार को घेरा, कहा- सुरक्षित नहीं हैं बहन-बेटियां
हाथरस में दलित लड़की के साथ हुए कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती ने यूपी सरकारपर निशाना साधा है. मामले में पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
लखनऊ: बसपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर यूपी सरकार को घेरा है. मायावती ने हाथरस में एक लड़की से हुई दरिंदगी की घटना की कड़ी निंदा की है. बसपा सुप्रीमो ने रविवार को राज्य सरकार से ऐसी घटनाओं को रोकने पर ध्यान देने की मांग करते हुए कहा कि की है. बहन-बेटियां प्रदेश में सुरक्षित नहीं हैं.
सुरक्षित नहीं बहन-बेटियां मायावती ने रविवार को किए गए ट्वीट में कहा "यूपी के जिला हाथरस में एक दलित लड़की को पहले बुरी तरह से पीटा गया, फिर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया, जो अति-शर्मनाक व अति-निन्दनीय जबकि अन्य समाज की बहन-बेटियां भी अब प्रदेश में सुरक्षित नहीं हैं. सरकार इस ओर जरूर ध्यान दे. बसपा की यह मांग है."
यूपी के जिला हाथरस में एक दलित लड़की को पहले बुरी तरह से पीटा गया, फिर उसके साथ गैंगरेप किया गया, जो अति-शर्मनाक व अति-निन्दनीय जबकि अन्य समाज की बहन-बेटियाँ भी अब यहाँ प्रदेश में सुरक्षित नहीं हैं। सरकार इस ओर जरूर ध्यान दे, बी.एस.पी. की यह माँग।
— Mayawati (@Mayawati) September 27, 2020
चार आरोपी गिरफ्तार गौरतलब है कि गत 14 सितंबर को प्रदेश के हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 19 साल की एक दलित लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी. पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. लड़की को अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है.
जान से मारने की कोशिश हाथरस के पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर के मुताबिक लड़की ने दुष्कर्म की वारदात के बारे में पुलिस को पहले कुछ नहीं बताया था. मगर, बाद में मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में उसने आरोप लगाया कि संदीप, रामू, लवकुश और रवि नाम के युवकों ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया था. विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश करते हुए उसका गला भी दबाया गया था.
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